जानें, पिछले साल हिमाचल में कौन-कौन और क्या-क्या रहा चर्चा में

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इन हिमाचल डेस्क।। हमेशा की तरह इस साल भी हम आपको बताने जा रहे हैं कि साल 2017 में क्या-क्या और कौन-कौन चर्चा में रहा। हम बात करेंगे उन हस्तियों की, जो अच्छी या बुरी वजहों से चर्चा में रहे। साथ ही उन घटनाओं की भी, जिन्होंने मीडिया में सुर्खियां बटोरीं। पिछले साल की लिस्ट में हमने कलाकारों, राजनेताओं और अन्य हस्तियों को ही जगह दी थी, मगर हम इस बार घटनाओं को भी इस लिस्ट में शामिल करने जा रहे हैं।

1. लेडी कॉन्स्टेबल राजवंती

लेडी कॉन्स्टेबल राजवंती साल के आखिर में चर्चा में रही, जब चंबा से कांग्रेस की विधायक ने हाथापाई के बाद उन्हें थप्पड़ मारा तो उन्होंने भी चांटे से जवाब दिया। हालांकि उनका व्यवहार भी बहुत अच्छा नहीं कहा जा सकता मगर लोगों का पूरा समर्थन राजवंती को मिला।

2. वनरक्षक होशियार सिंह

मौत से कुछ महीने पहले ही लगी थी होशियार की जॉब

हिमाचल प्रदेश का यह बेटा आज हमारे बीच नहीं है। मंडी का वनरक्षक होशियार सिंह करसोग के जंगलों में पहले लापता हो गया और फिर उसका शव पेड़ पर उल्टा लटका मिला। पहले पुलिस ने कहा कि मामला हत्या का है और फिर इसे आत्महत्या के केस में बदल दिया। कई जांच टीमें बदलीं और आखिरकार पुलिस की नाकामी के बाद मामला सीबीआई को सौंपा गया। मगर आज तक हम होशियार सिंह की मौत के कारणों या उसके हत्यारों के बारे में नहीं जानते।

3. शिमला के कोटखाई की गुड़िया
पहाड़ों की यह बेटी भी होशियार सिंह की ही तरह इंसाफ के इंतज़ार में है। आज वह हमारे बीच नहीं है। शिमला के कोटखाई के जंगलों में इसका अर्धनग्न शव बहुत बुरी हालत में मिला। बलात्कार के बाद हत्या कर दी गई थी। पुलिस पहले पता नहीं लगा पाई कि किसने घटना को अंजाम दिया, फिर आनन-फानन में कुछ लोग पकड़ लिए।

पुलिस अधिकारियों की गिरफ्तारी से हुई है फजीहत

जब लोग पुलिस की जांच से असंतुष्ट रहे तो मामला सीबीआई को सौंपा गया और इसके साथ ही पुलिस हिरासत में एक आरोपी की मौत हो गई। सीबीआई ने पाया कि हिरासत में हुई मौत पुलिस की पिटाई से हुई है। आईजी जहूर जैदी समेत कई अधिकारी अब तक इस मामले में जेल में हैं, मगर पता नहीं चल पा रहा कि गुड़िया का गुनहगार कौन है।

4. कोटरोपी हादसा
मंडी जिले के जोगिंदर नगर के पास कोटरोपी में आया भयंकर भूस्खलन कई जिंदगियां लील गया। कई दिन तक ऑपरेशन चला मगर शव ही मिले। कुदरत कितनी बड़ी तबाही मचा सकती है, इसका नमूना देखने को मिला।

5. रिवालसर झील में जहरीला पानी
गर्मियों के मौसम में मंडी की रिवालसर झील में हजारों मछलियां मरने लगी। झील के पानी का रंग बदल गया। पता चला कि झील में मछलियों की आबादी बढ़ गई थी और आसपास से गंदा पानी भी आ गया था।

ऑक्सिजन की कमी के कारण मछलियां मरने लगी। बड़ी मुश्किल से मछलियों को बचाया गया।

6. वीरभद्र सिंह
हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री साल भर चर्चा में रहे। कभी आय से अधिक मामले की खबरों के कारण तो कभी अंट-शंट बयानों के कारण। कभी गुड़िया मामले को लेकर उन्होंने संवेदनहीन बयान दिया तो कभी गद्दियों को लेकर दिए गए बयान को लेकर विवाद खड़ा हो गया।

नतीजा यह रहा कि कथित तौर पर अच्छा काम करने के बावजूद लोगों में उनकी सरकार के प्रति नाराजगी ऐसी बढ़ी कि वह खुद तो अपनी सीट बदलकर जीतने में कामयाब रहे, मगर उनके मंत्रियों समेत कई उम्मीदवारों को विधानसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा।

7. प्रेम कुमार धूमल और राजिंदर राणा
हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के साथ दुखद संयोग यह रहा कि पहले तो पार्टी उन्हें विधानसभा चुनाव के लिए सीएम कैंडिडेट घोषित करने से बचते रही मगर आखिर में उन्हें घोषित किया तो भी वह सुजानपुर सीट से चुनाव हार गए। उन्हें हमीरपुर से बजाय सुजानपुर से लड़ने को कहा गया था।

प्रेम कुमार धूमल और राजिंदर राणा

इसके बाद भी केंद्रीय पर्यवेक्षकों के सामने धूमल समर्थकों ने उन्हें सीएम बनाने की मांग की मगर ऐसा हो नहीं पाया।

8. जय राम ठाकुर
प्रेम कुमार धूमल के हारने के बाद लॉटरी लगी मंडी के सिराज से विधायक जय राम ठाकुर की। पांचवीं बार विधायक चुने गए हैं और राज्य में बीजेपी के अध्यक्ष भी रहे हैं। कई चीजें उनके फेवर मे रहीं और वह हिमाचल प्रदेश के तेरहवें मुख्यमंत्री बन गए।

वह प्रेम कुमार धूमल, वीरभद्र सिंह, शांता कुमार, राम लाल ठाकुर और डॉक्टर यशवंत  सिंह परमार के बाद मुख्यमंत्री बनने वाले छठे हिमाचली हैं।

9. क्रिकेटर सुषमा वर्मा
शिमला की रहने वालीं सुषमा वर्मा भारतीय महिला क्रिकेट टीम बतौर विकेट कीपर वर्ल्ड कप खेलीं।

उनके प्रदर्शन को सराहना मिली और उन्हें हिमाचल सरकार ने एसपी भी बनाया।

10. बाबा अमरदेव
सोलन के कंडाघाट का यह बाबा पूरे साल विवादों में रहा मगर इसके ऊपर पिछले सरकार का आशीर्वाद रहा। पहले इसके यहां से तेंदुए की खालें और तलवारें मिलीं, इसके ऊपर जमीन अवैध रूप से कब्जाने के आरोप थे, एक महिला पर इसने हमला किया और उसे जख्मी किया, मगर लोगों के विरोध के बावजूद चुपके से मुख्यमंत्री इससे आईजीएमसी में मिले और कुछ ही घंटों मे पूरे पुलिस स्टेशन का तबादला हो गया।

बाबा और मुख्यमंत्री की मुलाकात के कुछ ही घंटों में कंडाघाट पुलिस स्टेशन का पूरा स्टाफ हुआ था ट्रांसफर

खैर, ये रहीं इस साल की प्रमुख घटनाएं और लोग, जो चर्चा में रहे। अगर आपको लगता है कि और घटनाएं या नाम इसमें शामिल होने चाहिए थे तो कॉमेंट करके बताएं। नया साल आपके और पूरे हिमाचल के लिए शुभ हो, ऐसी कामना है।