इन हिमाचल डेस्क।। कब मिलेगा हिमाचल को सीएम? जानें, भाजपा के संविधान और बाकी राज्यों के अनुभव के आधार पर कब तक इस सवाल का जवाब मिलेगा।
दरअसल भाजपा सविंधान के अनुसार सीएम की घोषणा होने में अभी भी दो स्टेप बचे हुए हैं। चुनाव जीतने के बाद इस तरह से चुनती है बी जे पी मुख्यमंत्री चेहरा:
स्टेप 1: चुने हुए विधायकों से मिलने और उनकी राय जानने के लिए आलाकमान की तरफ से दो पर्यवेक्षक नियुक्त किए जाते हैं, जो राज्य में आते हैं।
स्टेप 2: राज्य कोर कमेटी की मीटिंग होती है जिसमें कोर कमेटी के सदस्य, सांसद और प्रदेश प्रभारी रहते हैं।
स्टेप 3: कोर कमेटी की मीटिंग के बाद दिल्ली में केंद्रीय पार्लियामेंट्री बोर्ड की बैठक होती है, जिसमें प्रधानमंत्री भी मौजूद रहते हैं। इस बैठक के बाद प्रेस कांफ्रेंस करके सीएम का नाम घोषित किया जाता है।
हालाँकि सीएम किसे बनाना है, आमतौर पर यह सब पहले से ही तय रहता है परन्तु सविंधान के तौर पर भाजपा फार्मलिटी के लिए ही सही, इन तीन चरणों को जरूर पूरा करती है।
हिमाचल में भी अभी एक चरण हुआ है। पर्यवेक्षक विधायकों से मिल चुके हैं और कल कोर कमेटी की संभावित मीटिंग है।
तो तीसरे स्टेप के लिए 2 दिन का समय भी लग सकता है। उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हरियणा में यही प्रक्रिया हाल में ही दोहराई गयी थी।