…तो क्या प्रेम कुमार धूमल के बाद जयराम ठाकुर?

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मंडी।। हिमाचल प्रदेश में चुनाव प्रचार अभियान में जुटे बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने बुधवार को मंडी के सिराज में जनसभा को संबोधित किया। थुनाग में चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि धूमल मुख्यमंत्री होंगे और सिराज के विधायक जयराम ठाकुर को सरकार में सबसे बड़ा पद दिया जाएगा। मगर उनके इस बयान को लेकर यह चर्चा शुरू हो गई है कि आखिर वह पद कौन सा होगा।

थुनाग में बोलते हुए अमित शाह ने कहा, “हिमाचल में मोदी और धूमल की जोड़ी सरकार बनाएगी। धूमल मुख्यमंत्री होंगे और सिराज के विधायक जयराम ठाकुर को सरकार में सबसे बड़ा पद दिया जाएगा(पढ़ें)।”

अमित शाह के इस बयान के सियासी मायने तलाशना शुरू कर दिया गया है। चर्चा का विषय यह बन रहा है कि सरकार में सबसे बड़ा पद तो मुख्यमंत्री का होता है, ऐसे में अमित शाह कौन से बड़े पद की बात कर रहे हैं। यह सुगबुगाहट भी शुरू हो गई है कि शाह का इशारा कहीं धूमल की उम्र 75 साल हो जाने के बाद सीएम पद की जिम्मेदारी जयराम ठाकुर को दिए जाने की तरफ तो नहीं था।

जयराम ठाकुर

यह है बीजेपी का 75+ फॉर्म्युला
हिमाचल प्रदेश के तमाम मीडिया संस्थान अनुमान लगा रहे हैं कि धूमल, जिनकी उम्र 73 साल है, उन्हें सीएम कैंडिडेट घोषित किया गया है और बीजेपी के जीतने की स्थिति में उन्हें सीएम भी बनाया जाएगा। मगर जैसी ही उनकी उम्र 75 साल होगी, उनकी जगह सीएम पद पर किसी नए चेहरे को बिठाया जाएगा।

इसके लिए तमाम लोग गुजरात का उदाहरण दे रहे हैं जहां से आणंदीबेन के 75 साल के होते ही सीएम बदल दिया गया और साथ ही 75 प्लस उम्र के लोगों को राज्य सरकारों में और केंद्र में बड़े पदों से मुक्त किया जाता रहा है, जिनमें कलराज मिश्र और नजमा हेपतुल्ला का नाम उदाहरण के तौर पर लिया जा सकता है।

ऐसे में क्या थुनाग में अमित शाह यह कहना चाहते थे कि धूमल के बाद जयराम ठाकुर सीएम होंगे? चर्चा है कि जिस तरह से धूमल को राजपूर बिरादरी के वोटों (करीब 37 फीसदी) को साधने के लिए सीएम प्रॉजेक्ट किया गया है, क्या इसी तर्ज पर जयराम ठाकुर को सत्ता सौंपी जाएगी।

जेपी नड्डा ने भी किया था इशारा
21 अक्तूबर को कुथाह में जनसभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने भी कुछ ऐसा ही इशारा किया था।उन्होंने कहा था कि सिराज विधानसभा क्षेत्र को जल्द बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है(पढ़ें)। himachal assembly election 2017 jp nadda and jairam thakur

बीजेपी के मन में क्या है, यह कहा नहीं जा सकता। हिमाचल में भी उसने चुनाव से ठीक पहले तक सीएम कैंडिडेट घोषित नहीं किया और आखिर में धूमल को प्रॉजेक्ट करके चौंका दिया। इससे कहीं न कहीं प्रचार के मामले में आगे चल रही कांग्रेस को झटका तो लगा है। ऐसे में भविष्य के लिए बीजेपी ने क्या रणनीति बनाई है, यह तो बाद में ही पता चल जाएगा। मगर अब लोगों ने बीजेपी के संकेतों के मायने तलाशना शुरू कर दिया है और हर छोटी बात को बड़ी गंभीरता के साथ देखा जा रहा है।