- इन हिमाचल डेस्क
ग्रामीण क्षेत्र के बेरोजगार युवकों एवं किसानों के लिए भारत सरकार की एक स्कीम आई है। इसके तहत ग्रेजुएट 35 साल के नीचे के ग्रामीण बेरोजगरों एवं किसानों को 0.5 से 5 MW के सोलर प्लांट आबंटित होंगे
गौरतलब है की 1 MW का सोलर प्लांट लगाने के लिए लगभग 7 करोड़ की जरूरत होती है। केंद्र की ओर से 1 MW के लिए 50 लाख सब्सिडी दी जाएगी। बाकी सोसाइटी बनाकर या NGO के नाम पर या अकेले व्यक्ति को लोन का प्रावधान बैंक से करना होगा।
हिमाचल प्रदेश स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड को अनिवार्य रूप से सोलर प्लांट से पैदा होने वाली बिजली खरीदनी होगी जिसके लिए बकायदा पावर परचेस एग्रीमेंट होगा। हिमाचल सरकार सरकार की रिन्यूएबल एजेंसी हिम ऊर्जा आवेदनों की छंटनी करके। भारत सरकार के नवीनकरनिया ऊर्जा मंत्रालय को भेजगी।
प्लांट सैंक्शन होने पर युवाओ एवं किसानो को 6 महीने की अनिवार्य ट्रेनिंग के लिए गुड़गांव स्थित सोलर एनर्जी इंस्टिट्यूट में बुलाया जाएगा एवं यहाँ विभिन्न पहलुओं पर ट्रेंड किया जाएगा। ट्रेनिंग का सारा खर्च सरकार वहन करेगी।
सोलर प्लांट का सांकेतिक चित्र |
अधिक जानकारी के लिए शिमला में कुसुमटी स्थित हिम ऊर्जा के चीफ एक्सिक्यूटिव आफिसर से बात की जा सकती है। नेशनल इंस्टिट्यूट आफ टेक्नोलॉजी हमीरपुर के ऊर्जा सेंटर से भी विस्तृत जानकारी ली जा सकती है।
जानकारी के लिए लिंक पर क्लिक करें
http://www.hpseb.com/whatsnew/advertisement%2007-09-2015.pdf
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इस योजना पर विस्तृत चर्चा करने के लिए इन हिमाचल ने आशीष नड्डा से सम्पर्क किया । नड्डा आई आई टी दिल्ली में सोलर एनर्जी एवं पालिसी प्लानिंग पर रिसर्च कर रहे हैं। उन्होंने कहा की अभी उन्होंने इस योजना को डिटेल में स्टडी नहीं कि है इसलिए अभी कुछ ज्यादा नहीं सकते।