एमबीएम न्यूज नेटवर्क, नालागढ़।। हिमाचल प्रदेश के जिन इलाकों का जीवन कठिन है, वहां के लोग उतने ही मेहनतकश होते हैं। प्रदेश के बच्चे, खासकर बेटियां इस मामले में मिसाल हैं। वजह जो भी मान लें, बेटियों की उपलब्धियां बहुत बड़ी होती हैं। वे माता-पिता के कामकाज में हाथ बंटाती हैं और साथ ही पढ़ाई भी करती हैं। अब बद्दी में पड़ने वाले घरेड़ गांव की एक तस्वीर देखिए।
यहां पर वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला में शिक्षा ग्रहण कर रही बेटियां डिंपल, संध्या और संजना अपने पशुओं को चराती हैं और साथ ही पढ़ाई भी कर लेती हैं। मगर पढ़ाई के साथ-साथ कैसे ध्यान रखा जाए कि पशु कहीं दूर तो नहीं चले गए। इसके लिए वे पेड़ पर चढ़ जाती हैं। ऊंचाई से पशुओं पर नजर भी रखी जाती है। तीनों अलग-अलग दिशाओं की तरफ देखती हैं और पढ़ाई भी करती रहती हैं।
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प्रदेश की ये बेटियां साबित कर रही हैं कि पढ़ाई के लिए भवन की नहीं, बल्कि मन में सच्ची लगन की जरूरत होती है। इस तस्वीर को देखकर हर कोई कह रहा है, भई वाह। हमारी तरफ से भी इन बेटियों को शुभकामनाएं, पढ़-लिखकर कामयाब बनें। हालांकि ऐसा करना रिस्की तो है, मगर उन्हें इस चीज का अनुभव है। फिर भी हमारा मानना है कि पेड़ पर चढ़कर ऐसा करने से बचना चाहिए क्योंकि कभी कोई हादसा भी हो सकता है।
(यह खबर एमबीएम न्यूज नेटवर्क से सिंडिकेशन के तहत प्रकाशित की गई है)