शिमला/धर्मशाला।। मंगलवार को दिन भर धर्मशाला में हुए कथित गैंगरेप के दोषियों को पकड़ने के लिए छात्र सड़कों पर रहे। हिमाचल प्रदेश की आत्मा हिल गई, मगर हिमाचल के मुख्य दल टस से मस नहीं हुए। इस मामले की जांच इसलिए भी जरूरी है क्योंकि अगर किसी तरह की घटना नहीं हुई है तो कौन है जो अफवाहें फैलाकर प्रदेश को बदनाम कर रहा है।
प्रदर्शन करते छात्र |
धर्मशाला के स्थानीय विधायक और प्रदेश सरकार में मंत्री सुधीर शर्मा का इस मुद्दे पर कोई बयान नहीं आया। विपक्षी भी कुछ नहीं बोले। उनके लिए मानो यह कोई मामला ही न हो।
सिर्फ शिमला यूनिवर्सिटी में SFI इस मामले में आगे आकर खड़ी हुई। धर्मशाला कॉलेज में भी छात्र सारा दिन चीखते रहे, मगर सरकार और प्रशासन के कान पर जूं तक नहीं रेंगी।
देर शाम तक सोशल मीडिया पर यह सुनने में आया कि परिवहन मंत्री जी.एस. बाली ने इस मामले में स्टैंड लिया है और वह पीड़िता को न्याय दिलवाने के लिए आगे आए हैं, मगर इस खबर की पुष्टि नहीं हो सकी है। लेकिन कुल मिलाकर आज राजनीतिक रूप से हिमाचल शर्मसार रहा।