सोलन।। सोलन जिला की मानव भारती यूनिवर्सिटी के सैंकड़ों विद्यार्थियों की छात्रवृत्तियां रुक गई हैं। फर्जी डिग्री मामले में फंसी मानव भारती यूनिवर्सिटी के सैंकड़ों विद्यार्थियों की डिग्रियां सत्यापित नहीं हो पाई है। जिस कारण यूनिवर्सिटी के पात्र विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है।
यूनिवर्सिटी के पात्र विद्यार्थी केंद्र और राज्य सरकार की अनुसूचित जाति और जनजाति वर्ग के विद्यार्थियों के चलाई जा रही छात्रवृत्ति योजनाओं का लाभ नहीं ले पा रहे हैं। निजी शिक्षण संस्थान विनियामक आयोग ने प्रदेश सरकार को सत्यापन प्रक्रिया को जल्द शुरू करवाने का पत्र भेजा है।
अमर उजाला की खबर के अनुसार, मानव भारती यूनिवर्सिटी का मामला हाईकोर्ट में विचाराधीन है। इस वजह से हजारों विद्यार्थियों का भविष्य अधर में लटक गया है। डिग्रियों सहित यूनिवर्सिटी का अधिकांश रिकॉर्ड जब्त है। जिस कारण सत्यापन की प्रक्रिया शुरू नहीं हो पा रही है। बीते दिनों यूनिवर्सिटी में पढ़ रहे विद्यार्थियों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए रास्ता तलाशने को आयोग की तीन सदस्यीय टीम यूनिवर्सिटी में गई थी। टीम ने अपनी रिपोर्ट आयोग में सौंप दी है।
आयोग के अध्यक्ष मेजर जनरल सेवानिवृत्त अतुल कौशिक ने रिपोर्ट के आधार पर सरकार को पत्र लिखा है। जब्त किए गए रिकॉर्ड को जारी करने के लिए सरकार से हाईकोर्ट से गुहार लगाने की सिफारिश की है। वहीं पुलिस एसआईटी के माध्यम से रिकॉर्ड मांगा गया है। डिग्रियों के सत्यापन के लिए भी कोर्ट से मंजूरी मांगने को कहा गया है।
आयोग ने मांग की है कि कानून की पढ़ाई कर चुके विद्यार्थियों की डिग्रियों का सत्यापन सबसे पहले किया जाए। इसके पीछे तर्क दिया गया है कि डिग्रियों का सत्यापन होने के बाद ही इन विद्यार्थियों का बार काउंसिल ऑफ इंडिया में पंजीकरण हो सकेगा। इसके साथ ही इन विद्यार्थियों के हाजिरी प्रमाणपत्र भी देने की मांग भी की गई है।