शिमला।।
हिमाचल प्रदेश में इन्वेस्टमेंट के लिए टाटा ग्रुप ने भी पहल कर दी है। एक दैनिक अखबार में छपी खबर के अनुसार हिमाचल में टाटा ग्रुप जल्द ही चाय उद्योग स्थापित कर सकता है। मशहूर कांगड़ा चाय के अलावा टाटा ने बिजली के बड़े प्रॉजेक्ट्स, स्टार होटेल्स और रोपवे आदि में निवेश की इच्छा जताई है।
प्रदेश में टाटा समूह हजारों करोड़ रुपये निवेश को तैयार है। इससे हिमाचल के लोगों के लिए रोजगार के नए द्वार खुलेंगे। प्रदेश सरकार को निवेश प्रस्ताव सौंपने के साथ वीरवार को कंपनी प्रतिनिधियों ने शिमला में अधिकारियों के साथ लंबी बैठक की। इस बैठक में पांच क्षेत्रों में निवेश के लिए एरिया ऑफ अग्रीमेंट तय कर लिया गया है।
टाटा सर्विसेज लिमिटेड के प्रेजिडेंट (बिजनेस) दीपांकर तिवारी की अगुवाई में कंपनी के अधिकारियों ने सरकार के समक्ष कांगड़ा चाय को टाटा टी के नाम से तैयार करने के लिए उद्योग लगाने का प्रस्ताव रखा। इसके अलावा 100 मेगावाट से ऊपर के बिजली प्रॉजेक्टों, सेवन स्टार रिसॉर्ट्स, सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट में भी निवेश के लिए काफी दिलचस्पी दिखाई। इसके अलावा सार्वजनिक निजी भागीदारी से सुरंगों के निर्माण, शहरों में स्ट्रीट लाइट, शुद्धिकरण, आवासीय और वाणिज्यिक परियोजनाओं में भी निवेश को कंपनी ने हामी भरी है।
टाटा समूह की विभिन्न कंपनियों के प्रतिनिधि 15 दिन के भीतर प्रदेश का दौरा कर निवेश के लिए विस्तृत रिपोर्ट तैयार करेंगे। निदेशक उद्योग राजेंद्र सिंह ने बताया कि वीरवार को टाटा ग्रुप के अधिकारियों ने सरकार के साथ बैठक कर एरिया ऑफ एग्रीमेंट तय कर लिया है।
समूह बड़े स्तर पर निवेश को तैयार है। सचिवालय में यह बैठक प्रधान सचिव उद्योग आरडी धीमान की अध्यक्षता में हुई। बैठक में दीपांकर तिवारी के अलावा टाटा टी कंपनी के उपाध्यक्ष वेकंटरमनन कृष्णामूर्ति भी मौजूद रहे।