स्वास्थ्य निदेशक ऑडियो मामला: जानें, कहां तक पहुँची विजिलेंस जाँच

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शिमला।। पीपीई खरीद मामले में कथित गड़बड़ी की जांच कर रही विजिलेंस को पता चला है कि रिश्वत की आधी रकम स्वास्थ्य निदेशक को दी गई थी। यह पूरा मामला स्वास्थ्य निदेशक और पृथ्वी सिंह नाम के शख्स के बीच लेन-देन का एक ऑडियो वायरल होने के बाद सामने आया था। इस पूरे मामले में पर उठ रहे सवालों के बीच राजीव बिंदल ने बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष पद से ‘नैतिक मूल्यों का ध्यान रखते हुए’ इस्तीफा दे दिया था जिसे आलाकमान ने मंज़ूर कर लिया था।

बताया जा रहा है कि विजिलेंस द्वारा अब तक की गई पूछताछ में घूस की आधी रकम निदेशक को दिए जाने की जानकारी मिली है। अमर उजाला ने अपने सूत्रों के हवाले से एक रिपोर्ट में लिखा है कि यह जानकारी फर्म मालिक और एजेंट से हुई पूछताछ के बाद सामने आई है। इसमें कहा गया है कि दोनों से अलग-अलग और एक साथ बिठाकर की गई पूछताछ में पचास हजार रुपये चंडीगढ़ में और बाकी दो लाख रुपये दो बार में देने की जानकारी मिली है।

रिपोर्ट के मुताबिक, ‘पचास हजार रुपये दिए जाने की बात तो खुद पीपीई किट सप्लाई करने वाली फर्म के एजेंट और भाजपा नेताओं के क़रीबी पृथ्वी सिंह ने कबूल की है। साथ ही हाल ही में दो दिन हुई लंबी पूछताछ में फर्म मालिक जीएस कोहली से भी कई ऐसी अहम जानकारियां मिली हैं, जिनसे साफ हुआ है कि फर्म से ही पैसा लेकर निदेशक को पहुंचाया गया।’

हालांकि, इस बात को लेकर अभी भी बयानों में विरोधाभास है ढाई लाख रुपये दिए गए या फिर पांच लाख। अब विजिलेंस का फोकस इस बात पर है कि कितना लेन-देन हुआ और कैसे-कैसे हुआ।

ब्यूरो ने मामला दर्ज कर सबसे पहले पूर्व स्वास्थ्य निदेशक डॉ. एके गुप्ता से पूछताछ के दौरान सहयोग न करने पर गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद पृथ्वी की भी गिरफ्तारी की गई। फिलहाल दोनों जमानत पर चल रहे हैं। ऐसी ख़बरें आई थीं कि पृथ्वी सिंह को सेवा विस्तार करने के लिए एक बीजेपी नेता की ओर से सरकार को सिफ़ारिश का नोट भेजा गया था। बाद में यह भी साफ़ हुआ था कि पृथ्वी सिंह नाम का अभियुक्त पहले राजीव बिंदल की बेटी और दामाद की कंपनी के लिए काम करता था।

स्वास्थ्य निदेशक केस: बेटी की कंपनी के कर्मचारी की गिरफ्तारी के बाद बिंदल ने दिया इस्तीफा