कुल्लू।। पर्यटन स्थल मनाली के वशिष्ठ गाँव में जोगणीफाल के रास्ते में पड़ने वाले जंगल में पेड़ों का कटान का दावा करने वाला वीडियो वायरल होने के बाद वन विभाग ने कहा है कि यहाँ हरे पेड़ नहीं काटे गए हैं। विभाग का कहना है कि वीडियो में जो कटान दिख रहा है, वह ठूंठों का है।
एक वीडियो में एक शख़्स ने बताया था कि भारी संख्या में पेड़ कटे हैं। वीडियो में कुछ पेड़ भी आरे (संभवत: चेनसॉ) से कटे हुए दिख रहे थे। इसके बाद वन मंडल अधिकारी एश्वर्य राज ने कहा है कि डिप्टी रेंजर बृजेश कुमार के नेतृत्व में टीम शनिवार रात को मौक़े पर गई थी मगर अंधेरे के कारण नुक़सान का पता नहीं चला।
उन्होंने कहा कि रविवार सुबह रेंज ऑफ़िसर वनीश कुमार के नेतृत्व में एक टीम गई। हमें विभाग के अधिकारियों के अलावा गाँव की वन समिति के पदाधिकारी भी थे। पाया गया कि गाँव के ही एक निवासी ने पहले से क्षतिग्रस्त हुए सूखे पेड़ों के ठूंठों को ईंधन के लिए काटा था।
वन कमेटी के पदाधिकारी ने इस संबंध में एक वीडियो भी जारी किया है-
वन विभाग का कहना है कि यह लकड़ी बरामद कर ली गई है और व्यक्ति ने माना है कि उसने जलावन के लिए ठूंठ काटे हैं। विभाग का कहना है कि नियमों के अनुसार जुर्माना लगाया जाएगा। उन्होंने बताया कि कोई भी शख़्स वनों से सूखी या गिरी हुई लकड़ी नहीं उठा सकता।