शिमला।। दिल्ली के निज़ामुद्दीन में हुए तबलीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल लोगों में कोरोना संक्रमण फैलने से पूरे देश में हड़कंप मच गया है। इनमें से कुछ, जो वापस अपने-अपने राज्यों को लौटे हैं, की बीमारी के चलते मौत भी हुई है। अब ऐसी जानकारी मिली है कि पिछले एक महीने में 200 से अधिक लोग इस जलसे में शामिल होकर हिमाचल प्रदेश लौटे हैं। ऐसे में सावधानी बरतते हुए ऐसे 167 लोगों को क्वॉरन्टीन किया गया है।
हिमाचल पुलिस ने ऐसे लोगों की पहचान करना शुरू कर दिया है। स्वास्थ्य विभाग की टीमों के साथ मिलकर ऐसे लोगों का पता लगाया जा रहा है और उन्हें क्वॉरन्टीन सेंसरों में भेजा जा रहा है। हिमाचल प्रदेश पुलिस महानिदेशक सीताराम मंडी ने जानकारी दी है कि ऐसे 167 लोगों की पहचान की गई है।
इसके साथ ही इस जलसे में शामिल हुए सात लोगों के ख़िलाफ़ शिमला के नेरवा पुलिस स्टेशन में मामला भी दर्ज किया गया है। इन लोगों को बिना कर्फ़्यू परमिट के पकड़े गया था। ये एक गाड़ी पर सवार थे और जब पुलिस ने इनसे पूछताछ की थी तो इनका कहना था कि वे पावंटा साहिब से आ रहे हैं। यानी इन्होंने ग़लत जानकारी दी थी। पुलिस ने इन्हें पकड़ने के साथ ही गाड़ी को भी क़ब्ज़े में ले लिया है।
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पुलिस को ख़ास निर्देश
हिमाचल प्रदेश पुलिस प्रमुख ने सभी ज़िलों के एसपी को निर्देश दिए हैं कि वे सभी मदरसों वग़ैरह में ऐसे लोगों की पड़ताल करें जो हाल ही में हिमाचल से बाहर (देश के अन्य हिस्सों या विदेश) से लौटे हैं। ऐसे लोगों की जानकारी स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन के साथ साझा की जाएगी ताकि इन्हें क्वॉरन्टीन किया जा सके और इनके कोरोना के लिए टेस्ट लिए जा सकें।
अभी तक विभिन्न ज़िलों के लोगों के दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने की ख़बर है। इनमें चबा, काँगड़ा, कुल्लू, शिमला, सिरमौर और मंडी के निवासी भी हैं। ऐसे में सरकार ने अतिरिक्त सावधानी बरतना शुरू कर दिया है। अब तक हिमाचल प्रदेश के विभिन्न ज़िले से जलसे में शामिल हुए और अब क्वॉरन्टीन किए गए लोगों की लिस्ट (ख़बर लिखे जाने तक उपलब्ध) इस तरह से है-
- ऊना- 35
- शिमला- 23
- सोलन (बद्दी)- 53
- काँगड़ा- 10
- चबा- 10
- सिरमौर- 32
- मंडी- 4
हिमाचल में कुल कितने लोग क्वॉरन्टीन
हिमाचल में अब तक बाहर से लौटे और संक्रमण की आशंका को टालने के लिए पाँच हज़ार से अधिक लोगों को क्वॉरन्टीन किया गया है यानी अलग-थलग रखा गया है। इनमें से लगभग 2000 लोगों को घर पर ही अलग-थलग रहने के लिए कहा गया है।