शिमला।।
13 साल का नैतिक सुंटा गजब का आढ़ती है। वह बडे़-बडे़ आढ़तियों के बीच बोलियां लगाकर सेब की खरीद करता है। दैनिक पेपर पंजाब केसरी में छपी खबर के अनुसार नैतिक पढ़ाई में तो अव्वल है ही, वह शिमला के भट्टाकुफर स्थित फल मंडी में भी कमाल दिखा रहा है। बताया जा रहा है कि पहले नैतिक को सेब खरीदने का महज शौक था, अब उसका ये शौक नशा बन चुका है। नैतिक को आई.ए.एस. अधिकारी बनना है। वहीं नैतिक ने बताया कि उसका स्कूल पौने 2 बजे लगता है। इससे पहले वह 10 से 12 बजे के बीच रोजाना भट्टाकुफर मंडी जाता है। वहां आढ़तियों के बीच बोलियां लगाता है। इतना ही नहीं छुट्टी वाले दिन तो वह मंडी में ही रहता है।
रविवार और सोमवार को नैतिक ने गुजरात के जामनगर की आढ़ती फर्म एलएएच के लिए सेब खरीदा। उसने कहा कि पिता संजीव सुंटा की गैरमौजूदगी में वह अकेले ही सेब बेचता है। पिता जी का सहयोग करने के लिए वह ऐसा करता है। नैतिक के पिता संजीव सुंटा ने बताया कि वह बचपन से ही सेब की खरीद कर रहा है। नैतिक के आईक्यू को देखते हुए ही उसे आढ़ती का ऑफर मिला था। उसका आईक्यू इतना तेज है कि वह पेटी खोलते ही सेब का रेट तय कर लेता है। इस कारण उसे बड़ी मंडियों के कामकाज की भी समझ है।
गौरतलब है कि राज्य सरकार ने उसकी प्रतिभा को देखते हुए समय से पहले 5वीं कक्षा की परीक्षा देने की विशेष अनुमति दी थी। इसके बाद से नैतिक बिना रुके आगे बढ़ता रहा। वह अब शिमला की राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला संजौली में 11वीं में पढ़ रहा है जबकि उसकी उम्र के बच्चे अभी 8वीं या 9वीं कक्षा से आगे नहीं निकल पाए हैं।
नैतिक सुंटा मूल रूप से रोहडू़ में नावर टिक्कर के पास खलावन गांव के निवासी हैं। उनके इलाके में भी सेब के बगीचों के लिए अतिक्रमण हुआ है