बदतमीजी के लिए पहचाने जाने वाले कांगड़ा के ज्वाली से कांग्रेस विधायक और शिक्षा विभाग के मुख्य संसदीय सचिव नीरज भारती ने सोशल मीडिया पर सारी हदें पार कर दी हैं। देश की कई दिग्गज हस्तियों के प्रति अपशब्द इस्तेमाल कर चुके और महिलाओं के प्रति अभद्र भाषा इस्तेमाल कर चुके नीरज भारती ने अब जिस तरह की भाषा इस्तेमाल की है, उससे पूरे हिमाचल सा सिर शर्म से झुक जाता है।
पढ़ें: क्या हिमाचल के लोग नेता से मां-बहन की गालियां बर्दाश्त करेंगे?
नीरज भारती ने न सिर्फ अपनी फेसबुक प्रोफाइल पर मां-बहन की गालियां निकाली हैं, बल्कि खुलेआम चुनौती दी है कि यह मेरी ही आईडी है, मैं ही इसे ऑपरेट करता हूं और जो उखाड़ना है, उखाड़ लो। क्या कॉमेंट नीरज भारती ने किए हैं, हम उस भाषा को दोहराना पसंद नहीं करते। मगर स्क्रीनशॉट हम नीचे दे रहे हैं, ताकि आप खुद पढ़ लें। सत्ता के नशे में चूर नीरज भारती लगातार ऐसी भाषा इस्तेमाल कर रहे हैं और उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही। मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह उनका बचाव करते नजर आते हैं। बुद्धिजीवी कांग्रेस कार्यकर्ता आंखें मूंद लेते हैं और विपक्षी बीजेपी नेता इसपर सतही धमकियां देने के अलावा कुछ नहीं करते।
मगर यह सिर्फ राजनीतिक मुद्दा नहीं, बल्कि हिमाचल प्रदेश की प्रतिष्ठा से जुड़ा विषय है। हिमाचल प्रदेश में शिक्षा जैसा अहम विभाग संभाल रहा शख्स इस तरह की भाषा इस्तेमाल करे तो यह शर्म की बात है। छक्का शब्द इस्तेमाल करने का विरोध करने पर आरटीआई ऐक्टिविस्ट देवाशीष भट्टाचार्य के खिलाफ अपमानजनक भाषा इस्तेमाल की गई। गौरतलब है कि देवाशीष ने ही शिमला में प्रियंका वाड्रा द्वारा किए जा रहे भवन निर्माण को लेकर आरटीआई से जानकारी मांगी थी। इसससे बौखलाए नीरज भारती ने क्या कहा, नीचे देखिए…