इन हिमाचल डेस्क।। आज हिमाचल प्रदेश का पूर्ण राज्यत्व दिवस है। आजादी के बाद 15 अप्रैल, 1948 को 28 पहाड़ी रियासतों को मिलाकर नया प्रांत बनाया गया था। मगर साल 1971 में इसे ‘हिमाचल प्रदेश राज्य अधिनियम-1971’ के अन्तर्गत 25 जनवरी को पूर्ण राज्य का दर्जा दिया गया और यह भारत का 18वां राज्य बना। अब इसके 50 साल पूरे हो गए हैं।
प्राकृतिक सौंदर्य और लोगों की सादगी के अलावा कुछ ऐसी बातें भी हैं, जिनकी वजह से हिमाचल पूरे देश में सबसे आगे है। इनमें से बहुत सी बातें प्रदेश की अच्छी राजनीति की वजह से संभव हो पाई है और उसका श्रेय भी प्रदेश की जनता को जाता है। कुछ कमियां भी हैं और उनका दोष काफी हद राजनीति को दिया जा सकता है। बहरहाल, आज जानते हैं कि हिमाचल प्रदेश के बारे में कुछ ऐसी बातें, जो आपको मालूम होनी चाहिए। इनमें से कुछ बातें किसी जीके के टेस्ट में काम आ सकती है तो कुछ किसी और राज्य के दोस्त के सामने शेखी बघारने के लिए ;
1. ‘हिमाचल प्रदेश’ नाम संस्कृत के विद्वान आचार्य दिवाकर दत्त शर्मा ने दिया था। हिमाचल दो शब्दों से मिलकर बना है- हिम+अचल। ‘हिम’ यानी बर्फ और ‘अचल’ यानी पहाड़। अगर यह ‘हिम’ और ‘आँचल’ (या अंचल) से बना होता तो इसका नाम ‘हिमाँचल’ होता न कि ‘हिमाचल।’ वैसे कुछ लोग हिमाचल को हिमांचल बोलते हैं जो कि गलत है। वैसे हिमाचल शब्द पहले से ही चलन में था मगर वह मध्य हिमालय के लिए इस्तेमाल होता था। इसे हिस्से को हिमाचल हिमालय भी कहा जाता है।
2. भारत का 18वां राज्य बना था हिमाचल प्रदेश। शुरू में इसमें 28 पहाड़ी रियासतें मिलाई गई थीं।
3. हिमाचल की इकॉनमी पूरे देश की तीसरी सबसे तेजी से बढ़ती इकॉनमी है।
4. हिमाचल प्रदेश में कई छोटी-बड़ी नदियां हैं। चंद्रभागा, चिनाब, रावी, ब्यास, सतलुज और यमुना नदियां इनमें प्रमुख हैं। इन नदियों को बर्फ और बारिश का पानी मिलता है।
5. प्रदेश की इकॉनमी तीन चीज़ों पर निर्भर करती है- 1 बिजली 2. पर्यटन और 3. खेती/बागवानी।
6. पॉलिथीन और तंबाकू पर बैन लगाने के बाद उसे सही तरीके से लागू करने में हिमाचल प्रदेश सबसे आगे है। खासकर पॉलिथीन के मामले में तो पूरा देश हिमाचल से सीख सकता है।
7. पूरे देश के मुकाबले हिमाचल प्रदेश में अपराध की दर बेहद कम है। कानून-व्यवस्था के साथ इस बात का श्रेय यहां के निवासियों को भी जाता है।
8. हिमाचल की 90 फीसदी आबादी गांवों और छोटे कस्बों में रहती है। प्रकृति की गोद में रहने का सुख हिमाचल से बढ़कर कहीं और नहीं मिल सकता।
9. कागजों के मुताबिक हिमाचल प्रदेश में हर घर में टॉइलट है। वैसे बहुत कम देखने को मिलता है कि लोग खुले में शौच के लिए जाते हों।
10. साल 2005 में आई ट्रांसपैरंसी इंटरनैशनल की रिपोर्ट कहती है कि हिमाचल केरल के बाद देश का दूसरा सबसे कम करप्ट राज्य है।
11. प्रदेश की आबादी 6,856,509 है। यानी हमारे प्रदेश की आबादी पूरे देश की आबादी की 0.57 फीसदी है। इसका फायदा यह है कि सरकारी योजनाओं और अन्य नीतियों का लाभ जनता को अच्छी तरह से मिलता है।
12. हिमाचल प्रदेश में 32 ऐसी बोलियां हैं, जिनमें एक-दूसरे से अच्छा खासा फर्क हैं मगर सांस्कृतिक रूप से ओवरऑल हिमाचल एक ही है।
13. प्रदेश की 95 आबादी हिंदू है और अन्य धर्मों के लोगों के साथ किसी तरह के भेदभाव की खबरें यहां कम ही आती हैं। सांप्रदायिक सौहार्द्र के मामले में हिमाचल पूरे देश के लिए मिसाल है।
14. UNESCO वर्ल्ड हेरिटेज में शामिल शिमला-कालका रेलमार्ग और पठानकोट-जोगिंदर नगर मार्ग काफी फेमस हैं।
15. हिमाचल प्रदेश देवभूमि कहलाता है, क्योंकि यहां गांव-गांव में देवता व मंदिर हैं। साथ ही हर जगह लोकप्रिय मेले और त्योहार आदि मनाए जाते हैं। सांस्कृतिक रूप से बहुत समृद्ध है हिमाचल।
16. हिमाचल 8,418 MW बिजली पैदा करता है। देश का मेगावॉट क्षमता का पहला हाइड्रो इलेक्ट्रिक पावर स्टेशन आजादी से पहले हिमाचल के जोगिंदर नगर में शुरू हुआ था।
17. कांगड़ा का बिलिंग (बीड़) पूरी दुनिया में पैराग्लाइडिंग के लिए मशहूर है। यहां से उड़ान भरने के लिए देश-दुनिया से हर साल सैकड़ों पायलट आते हैं।
18. हिमाचल प्रदेश के पारंपरिक भोज को धाम कहा जाता है। विशेष ढंग से बनाए गए व्यंजनों को पत्तों की थाली में परोसकर जमीन पर बैठकर खाते हैं।
19. धर्मशाला स्थित HPCA क्रिकेट स्टेडियम दुनिया के सबसे सुंदर क्रिकेट स्टेडियम्स मे से एक है। सबसे ऊंचा क्रिकेट मैदान चायल में है।
20. हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा की चित्रकारी जिसे ”कांगड़ा चित्रकला” या ”कांगड़ा कलम” कहते हैं, दुनिया भर में प्रसिद्ध है।
हिमाचल प्रदेश में गिनाने के लिए इतना कुछ है कि लिखते-लिखते थक जाएंगे मगर सिलसिला खत्म नहीं होगा। अभी सिर्फ 20 बातें ही हम दे पाए हैं और बहुत सी बातों का जिक्र नहीं कर पाए। आप कॉमेंट करके बता सकते हैं कि और क्या-क्या बातें खास हैं हिमाचल की। हम उसके अगले आर्टिकल में जगह देंगे।
नोट: कवर इमेज Royal Photo Studio, Vittu Thakur से इजाजत के साथ प्रकाशित।