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लोकसभा टिकट के लिए कांग्रेस के संपर्क में हैं चंदेल और महेश्वर?

इन हिमाचल डेस्क।। आजकल हिमाचल प्रदेश के दो नेता चर्चाओं में हैं- सुरेश चंदेल और महेश्वर सिंह। दोनों भारतीय जनता पार्टी में हैं और ऐसी खबरें छाई हुई हैं कि लोकसभा का टिकट लेने के लिए वे कांग्रेस के संपर्क में हैं।

सुरेश चंदेल और महेश्वर सिंह एक समय एकसाथ लोकसभा में हिमाचल का नेतृत्व कर चुके हैं। सुरेश चंदेल हमीरपुर लोकसभा सीट से तीन बार भारतीय जनता पार्टी के सांसद रह चुके हैं और महेश्वर सिंह मंडी लोकसभा सीट का तीन बार प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। चंदेल 12वीं, 13वीं और 14वीं लोकसभा के सदस्य थे जबकि महेश्वर 9वीं, 12वीं और 13वीं लोकसभा के। महेश्वर सिंह राज्यसभा भी जा चुके हैं।

दोनों का राजनीतिक करियर बड़ा उतार-चढ़ाव वाला रहा है। दोनों पार्टी में अहम स्थान पर रहे हैं, दोनों की धाक रही है। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष भी रह चुके हैं। मगर वक्त ने ऐसी करवट बदली कि दोनों हाशिये पर चले गए।

सुरेश चंदेल तीन बार हमीरपुर सीट से चुने गए थे। मगर एक टीवी चैनल के स्टिंग ऑपरेशन मे ‘कैश के बदले सवाल पूछने’ के आरोप में 2005 में उनकी सदस्यता खत्म कर दी गई थी। वहीं महेश्वर सिंह तो ऐसे असंतुष्ट हुए कि उन्होंने भारतीय जनता पार्टी पर करप्ट होने का आरोप लगाकर 2012 के विधानसभा चुनावों से पहले हिमाचल लोकहित पार्टी नाम से नया दल ही बना लिया था। लेकिन समय बदला और दोनों नेताओं की पार्टी में वापसी हुई।

सुरेश चंदेल कांग्रेस के संपर्क में?
चंदेल को पार्टी ने 2012 में बिलासपुर से उतारा था मगर पांच हजार से ज्यादा वोटों से उन्हें हार का सामना करना पड़ा। इस बार उन्हें टिकट नहीं मिला, तभी से असंतुष्ट हैं। चंदेल की लोकसभा की सदस्यता रद्द होने के बाद ही अनुराग ठाकुर के लिए हमीरपुर से लड़ने की जगह बनी थी। अब अनुराग ठाकुर की जगह उन्हें तो टिकट मिलने से रहा। ऐसे में ‘द ट्रिब्यून’ के मुताबिक चंदेल कांग्रेस के संपर्क में हैं। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि चंदेल ने कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व से मुलाकात की है और वह राज्य में वीरभद्र सिंह और प्रभारी रजनी पाटिल के संपर्क में भी हैं।

सुरेश चंदेल

महेश्वर सिंह को लेकर भी ऐसा ही दावा
2017 विधानसभा चुनाव से पहले महेश्वर सिंह भारतीय जनता पार्टी में लौट आए थे। मगर वह चुनाव जीतने में असफल रहे थे। ऐसे में इसकी संभावना भी कम है कि उन्हें रामस्वरूप शर्मा की जगह मंडी लोकसभा सीट से उतारा जाए। ऐसे में महेश्वर सिंह को लेकर अखबार ने छापा है कि ऐसी जानकारी मिली है कि वह भी कांग्रेस नेतृत्व के संपर्क में हैं।

महेश्वर सिंह

द ट्रिब्यून ने कांग्रेस के किसी वरिष्ठ नेता के हवाले से छापा है, “दोनों ने लोकसभा चुनाव लड़े हैं, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष रहे हैं। ऐसे में उन्हें कांग्रेस में शामिल करना कोई बुरा विचार नहीं है।”

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