इन हिमाचल डेस्क।। भले ही अभी कोरोना की वैक्सीन नहीं बनी है मगर आपके पास कोविड-19 की नेगेटिव टेस्ट रिपोर्ट है तो आप किसी भी हाल में न तो खुद संक्रमित हो सकते हैं और न किसी को संक्रमित कर सकते हैं। आपको यकीन न हो मगर सरकारें तो यही कह रही है।
प्रदेश के बॉर्डर पर्यटकों के लिए खोल दिये गए हैं। बस होटल में पांच दिन की अडवांस्ड बुकिंग करवानी होगी और जेब में 72 घण्टों के अंदर जारी हुई कोरोना का टेस्ट नेगेटिव मिलने की रिपोर्ट होनी चाहिए। भले ही बन्दा उस लैब से निकलते हुए या फिर हिमाचल आने के रास्ते में संक्रमित हो गया हो मगर उसे क्वॉरन्टीन नहीं किया जाएगा। क्वॉरन्टीन होने का नियम सिर्फ़ उन हिमाचलियों पर लागू रहेगा जो अपने घर लौट रहे होंगे।
संक्रमण होने के बाद लक्षण दिखने का औसत समय 5-6 दिन है यानी हिमाचल आने के तीसरे-चौथे दिन से संक्रमित पर्यटक छींक-छींककर संक्रमण फैलाने की स्थिति में आ सकता है और फिर भी मस्त घूम सकता है। जबकि हिमाचल वासी बाहर से घर लौटेगा तो टेस्ट की रिपोर्ट नेगेटिव आने तक क्वॉरन्टीन रहेगा और उसके बाद भी 14 दिन पूरे होने तक इधर-उधर नहीं घूम सकेगा।
सरकार ने हिमाचल लौट रहे लोगों के लिए भी एक शर्त रखी थी कि अगर आप तीन दिन के अंदर जारी कोविड 19 नेगेटिव रिपोर्ट लेकर आते हैं तो आपको अनिवार्य इंस्टिट्यूशनल क्वारन्टीन की बजाय होम क्वारन्टीन के लिए भेजा जाएगा। यानी क्वारन्टीन तो रहना ही होगा।
उस स्थिति में भी होम क्वारन्टीन इसलिए जरूरी किया गया था क्योंकि व्यक्ति उस रिपोर्ट के जारी होने के बाद से लेकर हिमाचल पहुंचने के बीच संक्रमित हो गया हो तो किसी और को संक्रमित न कर दे। मगर यही व्यवस्था टूरिस्ट्स के लिए क्यों नहीं? संक्रमित तो वह भी हो सकता है?
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हिमाचली घर लौटेगा तो होगा क्वॉरन्टीन, लेकिन पर्यटक मस्त नाचेगा वादियों में?