डेस्क।। आर्थिक संकट से घिरे पाकिस्तान की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। अब पाकिस्तान को पड़ोसी देश अफगानिस्तान में सत्ता पर बैठे तालिबान ने भी आंखें दिखाना शुरू कर दिया है। तालिबान ने अफगानिस्तान-पाकिस्तान के बीच तोर्खम बॉर्डर को बंद कर दिया है। इस सीमा के माध्यम से ही दोनों देशों के बीच ज्यादा पारिक आदान-प्रदान होता है।
दरअसल, जब से अफगानिस्तान में तालिबान ने सत्ता पर कब्जा किया है, तबसे पाकिस्तान में तहरीक-ए-तालिबान ने अपनी कार्रवाईयां तेज कर दी हैं। लगातार हो रहे आतंकवादी हमलों से पाकिस्तान सेना और पुलिस परेशान है। इस बीच पाकिस्तान ने अफगानिस्तान से इलाज के लिए आने वाले लोगों को रोक दिया।
इसके बाद तालिबान ने बॉर्डर को बंद करते हुए कहा कि पाकिस्तान अपने वादे पूरे नहीं कर रहा है। वे कौन से वादे हैं, इस बारे में कोई भी जानकारी तालिबान की ओर से नहीं दी गई। तोर्खम के आयुक्त का कहना है कि बॉर्डर को यात्रा और ट्रेड के लिए बंद किया गया है।
मौलवी मोहम्मद सिद्दीकी तोर्खम के आयुक्त हैं। उन्होंने ट्वीट करके लिखा है, ‘पाकिस्तान ने अपने वादों को पूरा नहीं किया, इसी कारण हमने अपने नेतृत्व के निर्देश पर सीमा को बंद किया है।” अफगान प्रशासन ने लोगों को भी इस क्षेत्र की यात्रा करने से बचने की सलाह दी है।