शिमला।। मंगलवार को कोटखाई से बीजेपी विधायक नरेंद्र बरागटा ने खुद को मुख्य सचेतक बनाने के लिए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का आभार प्रकट किया और इसके लिए वह समर्थकों की भीड़ के साथ सचिवालय पहुंचे। यहां न सिर्फ महत्वपूर्ण काम करवाने आए लोगों को असुविधा का सामना करना पड़ा बल्कि सड़क के बीच नाच रहे विधायक समर्थकों के कारण ट्रैफिक जाम भी लग गया।
सवाल उठ रहे हैं कि आखिर इस ‘धन्यवाद कार्यक्रम’ नाम के राजनीतिक कार्यक्रम को सचिवालय से बाहर करवाने की इजाजत क्यों दी गई। दरअसल इस कार्यक्रम के लिए आए भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता सचिवालय के गेट के सामने ही नाटी डालने लगे। सैकड़ों की संख्या में इस तरह लोगों के जमा होने से शहर की यह महत्वपूर्ण सड़क जाम हो गई और लोग फंस गए।
कर्मचारियों, पर्यटकों और स्कूल-कॉलेज के छात्रों को भी असुविधा का सामना करना पड़ा। छोटा शिमला से राजभवन की ओर जाने वाली सड़क पर भी वाहनों की आवाजाही बंद रखी गई थी।
सोशल मीडिया पर लोगों ने नाराजगी जताते हुए कहा है कि क्या प्रशासन किसी पार्टी को सचिवालय के सामने धरना-प्रदर्शन करने की इजाजत देता है जो इस तरह से नाचने-गाने की इजाजत दे दी गई।
लोगों का यह भी कहना था कि अगर इस तरह के कोई और सड़क जाम करता तो उसके खिलाफ कार्रवाई होती जबकि सत्ताधारी पार्टी के कार्यकर्ता बीच सड़क पर नाचकर लोगों के लिए असुविधा खड़ी करते रहे मगर इस पर किसी ने ध्यान नहीं दिया।
गौरतलब है कि पिछले दिनों सीपीएम ने महंगाई और बसों के बढ़े किराए के खिलाफ सड़क जाम कर दी थी जिससे अव्यवस्था का माहौल पैदा हो गया था। लोग इस कथित शक्ति प्रदर्शन की तुलना उसी से कर रहे हैं, क्योंकि दोनों आयोजनों से जनता को असुविधा ही हुई।