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संपन्न बागबानों के बेटों ने पीट-पीटकर दलित युवक को मार डाला

शिमला।। हिमाचल प्रदेश के शिमला में तीन युवकों ने एक युवक को पीट-पीटकर मार डाला। इस मामले में अभियुक्त बनाए गए युवक संपन्न परिवारों से है जबकि मारा गया युवक दलित है।

यह पूरा विवाद पास लेने को लेकर हुआ। बाजार में जगह न होने के कारण रजत नाम के युवक ने हॉर्न बजा रही गाड़ी को लगभग 10 मीटर आगे चलकर पास दिया। वहां इन युवकों ने रजत से झगड़ा किया और बाद में बुरी तरह से पीटा। रजत ने बाद में अस्पताल में दम तोड़ दिया।

पुलिस ने इस मामले में कलारा के रहने वाले रितेश, नाव के रहने वाले कार्तिक लोथटा और उनके साथ एक नाबालिग को अभियुक्त बनाया है। तीनों बागवानों के बेटे हैं।

ऐसे हुई घटना
प्रत्यक्षदर्शियों ने पत्रकारों को बताया है कि पहले पास को लेकर विवाद हुआ तो होमगार्ड और लोगों ने बीच बचाव किया। इसके बाद रजत आगे बढ़ गया मगर तीनों लड़कों ने उसका पीछा किया और डुंडी मंदिर के पास रजक की गाड़ी ओवरटेक करके उसके आगे लगा दी।

लोगों का कहना है कि तीनों ने रजत को गाड़ी से बार निकालकर पीटा और भाग गए। इस दौरान रजत की मां वहां पहुंचीं। पिता जो कि डेप्युटी रेंजर हैं, वह भी उसी समय नेरवा पहुंचे। वे घर जाने के लिए रजत को ढूंढ रहे थे। रजत ने उन्हें बताया कि वह घायल कॉलेज रोड पर घायल पड़ा है।

दोनों अपने बेटे को पुलिस स्टेशन ले गए और शिकायत दर्ज करवाई। बाद में उसे अस्पताल ले जाया गया मगर यहां उसकी तबीयत बिगड़ी और उसने दम तोड़ दिया।

पुलिस का कहना है कि अभियुक्तों को गिरफ्तार करके  341, 323, 506 व 302 एवं अनुसूचित जाति एवं जनजाति ऐक्ट की धारा 3 व 4 के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।

जातिगत भेदभाव के कारण हत्या
नेरवा मारपीट हत्या मामले को लेकर दलित संगठनों के प्रतिनिधियों मृतक के माता, पिता सहित विधायक राकेश सिंघा के नेतृत्व में बीती रात एस पी ऑफिस का घेराव कर दिया। परिजनों का आरोप है कि उनकी जानकारी के बिना ही नेरवा पुलिस शव को नेरवा ले गई। गुस्साए परिजन ने एसपी शिमला से कार्यवाही की मांग उठाई है।

सीपीएम विधायक राकेश सिंघा का का आरोप है कि जिस कानून एवम व्यवस्था के मुददे को लेकर भाजपा सत्ता तक पहुंची, उसी कानून व्यवस्था पर अब सवाल उठ रहे है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में अपराध का ग्राफ़ लगातार बढ़ रहा है, पिछले 9 माह की भाजपा सरकार के कार्यकाल में ही हत्याओं के आंकड़ा 50 से ऊपर पहुंच गया है। रेप, छेड़खानी, मारपीट, नशे की तस्करी व अन्य अपराधी भी बेलगाम नज़र आ रहे है।

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