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पास को लेकर HRTC ड्राइवर और ट्रक वाले के बीच तीखी बहस

शिमला।। सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया जा रहा है जिसे किसी ट्रक ड्राइवर ने बनाया है। वीडियो में ड्राइवर के पॉइंट ऑफ व्यू से दिखता है कि उसके दरवाजे के बाहर एचआरटीसी की ड्राइवरों वाली वर्दी में एक शख्स खड़ा है और उसके साथ कुछ लोग भी हैं। ट्रक के ठीक सामने सड़क के बीचोबीच एक बस भी खड़ी है।

वीडियो बना रहा शख्स कहता है कि मेरे ट्रक में चार हजार ईंटें लदी हैं और मैं बैक नहीं कर सकता मगर एचआरटीसी का ड्राइवर मुझे बैक करवाने के लिए दबाव डाल रहा है और खुद पीछे नहीं हट रहा। ये वीडियो बनना शुरू होते ही नीचे खड़े ड्राइवर और अन्य लोग मुस्कुराने लगे जबकि वीडियो बनाने वाले ट्रक ड्राइवर की आवाज में घबराहट साफ देखी जा सकती थी।

बाद में सवारियां भी ट्रक ड्राइवर से पीछे हटने की गुजारिश करती नजर आई। इस दौरान ट्रक ड्राइवर ने कहा कि मेरे दरवाजे के बाहर खड़े ट्रक ड्राइवर ने मुझसे कहा है कि नीचे उतर, तुझे बताता हूं। काफी देर तक कहासुनी होती रही। ट्रक ड्राइवर ने बस का नंबर भी बताया और कहा कि ये ड्राइवर कभी बस पीछे नहीं करता। नीचे ‘बीइंग हिमाचली’ पेज पर शेयर किया गया वीडियो देखें।

बाद में ट्रक ड्राइवर ने कहा कि पीछे जगह नहीं है। फिर दोनों में कुछ बहस हुई, शब्दों का आदान-प्रदान हुआ और ट्रक ड्राइवर बोला- मैं करूंगा ही नहीं, मेरे साथ बदतमीजी कर रहा है ये बंदा। इसके बाद वीडियो खत्म। आगे क्या हुआ, मामला कैसे सुलझा, पता नहीं।

गलत कौन?
वीडियो देखकर किसी नतीजे पर नहीं पहुंचा जा सकता क्योंकि हमें नहीं पता कि वीडियो बनना शुरू होने से पहले क्या हुआ था। ऐसा लग रहा है कि ट्रक और बस दोनों समतल सड़क पर खड़े है इसलिए यह भी नहीं कहा जा सकता कि कौन चढ़ाई में था और कौन उतराई में या पास दिए जाने लायक जगह किसके ज्यादा करीब थी।

हो सकता है कि एचआरटीसी ड्राइवर झगड़ालू हो मगर प्रश्न यह भी है कि ट्रक ड्राइवर का यह तर्क वाजिब नहीं है कि वह इसलिए पीछे नहीं हट सकता कि उसके ट्रक में 4000 ईंटें हैं। अगर वह इस स्थिति में गाड़ी रिवर्स नहीं कर पा रहा तो इसका मतलब है कि उसका ट्रक तमाम नियमों को दरनिकार करके ओवरलोडेड है। हर वाहन की क्षमता होती है और नियम कहते हैं कि उसमें उसकी क्षमता के अनुरूप ही वजन डाला जा सकता है।

अगर कोई अपनी गाड़ी में उसकी क्षमता के हिसाब से ईंटें डाले तो उसकी गाड़ी में कभी कोई दिक्कत नहीं आएगी, वह आसानी से चढ़ाई-उतराई में चल सकेगी और रिवर्स भी की जा सकेगी। लेकिन अगर ट्रक ड्राइवर कहता है कि उसका ट्रक उसमें पड़े लोड के कारण बैक नहीं हो रहा तो साफ है कि वह नियमों का उल्लंघन करके न सिर्फ अपनी जान खतरे में डाल रहा है बल्कि सड़क पर चलकर अन्य लोगों की जान भी खतरे में डाल रहा है। क्योंकि इस हिसाब से तो उसकी गाड़ी किसी मोड़ पर पलट भी सकती है और हो सकता है कि गहरी उतराई में ब्रेक न ले। इतना लोड डालना ही क्यों कि पहाड़ी रास्तों पर गाड़ी बैक न हो सके?

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