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फंड की बंदरबांट पर उल्टा पड़ा दांव तो अग्निहोत्री ने ब्लॉक किए यूजर

शिमला।। नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने मंगलवार रात अखबारों की कटिंग अपने फेसबुक पेज पर शेयर करते हुए आरोप लगाया था कि राज्य सरकार सरकारी फंड की बंदरबांट कर रही है। खबर में लिखा था कि जल जीवन मिशन का 444 करोड़ सिर्फ दो हलकों में खर्च कर दिया गया। मगर कुछ यूजर्स ने याद दिलाया कि ऐसी बंदरबांट तब भी हुई थी जब कांग्रेस की सरकार थी और अग्निहोत्री उद्योग मंत्री थे।

अग्निहोत्री ने लिखा, “जल जीवन मिशन का 444 करोड सिर्फ़ दो हल्क़ों में खर्च। धर्मपुर में जलशक्ति मंत्री के हल्के में 263 करोड़ व सिराज में मुख्यमंत्री के हल्के में 181 करोड़। यह होती है बन्दर बाँट।”

इसपर कुछ यूजर्स ने कॉमेंट किया कि वीरभद्र सिंह सरकार ने सीएम रिलीफ फंड की सबसे ज्यादा रकम शिमला ग्रामीण, रोहड़ू, रामपुर और हरोली पर खर्च की थी। कुछ ने तत्कालीन उद्योगमंत्री रहे अग्निहोत्री पर सीएसआर का फंड हरोली समेत चंद इलाकों में खर्च करवाने का भी आरोप लगाया था।

सभ्य भाषा में टिप्पणी किए जाने के बावजूद अग्निहोत्री ने ये कॉमेंट्स हटा दिए गए और यूजर्स को पेज से बैन कर दिया गया ताकि वे कॉमेंट न कर सकें।

बता दें कि रोहड़ू वीरभद्र की पुरानी सीट रही है, रामपुर रियासत के वह राजा रहे हैं, शिमला ग्रामीण से पिछली बार विधायक थे और अभी उनका बेटा यहां से एमएलए है। और हरोली सीट से वीरभद्र सिंह के करीबी मुकेश अग्निहोत्री विधायक हैं।

इन सीटों के लोगों को सबसे ज्यादा आर्थिक मदद दी गई थी। अमूमन इस कोष में चार-पांच करोड़ रुपये हुआ करते थे, मगर नई सरकार ने कार्य सम्भाला था तो पता चला था कि दो लाख रुपये ही बचे हैं।

कुछ खास इलाकों पर सीएम रिलीफ फंड को ज्यादा खर्च कर गई वीरभद्र सरकार

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