कांगड़ा।। कोरोना के कारण बच्चों की पढ़ाई से लेकर अधिकांश काम ऑनलाइन हो रहे हैं। ऐसे में कई क्षेत्रों में मोबाइल नेटवर्क न होना एक बड़ी समस्या है। कई क्षेत्रों में मोबाइल नेटवर्क न होने के कारण लोग परेशान हैं। ताज़ा मामला हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के खैरा की पंचायत बलूही खैरा का है।
यहां मोबाइल नेटवर्क न होना एक बड़ी समस्या बनी हुई है। बिना मोबाइल नेटवर्क के बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाई करने में भी परेशानी हो रही है। बच्चे ऑनलाइन पढ़ाई कर सकें इसके लिए खेतों में यहां-वहां मोबाइल नेटवर्क तलाश रहे हैं। बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाई के लिए घर से दूर खेतों या जंगल में मोबाइल नेटवर्क की तलाश में जाना पड़ रहा है। ऐसे में बच्चे कई बार ऑनलाइन क्लास नहीं लगा पाते हैं। इसके अलावा बरसात के मौसम में पढ़ाई के लिए जंगलों में जाना किसी खतरे से कम नहीं है। जंगली जानवरों का भी खतरा बना रहता है।
गांव का रिशव नौंवी, रजत व नैंसी छठी, ईशांत आठवीं, शानवी प्रथम और मानसी व अर्शित नर्सरी क्लास में पढ़ते हैं। इनका कहना है कि इससे अच्छा तो यही है कि स्कूल शुरू हो जाएं, क्योंकि उन्हें ऑनलाइन क्लास लगाने में दिक्कत आ रही है।
गांव के अधिकतर लोगों के पास निजी कंपनी के सिम कार्ड हैं। इसके बावजूद भी उनकी समस्या बनी हुई है। ग्रामीण सुभाष, राकेश, राजेश, सुनील, सरोज और रेणु वाला का कहना है कि आस-पड़ोस में कोई बीमार हो जाए तो भी घरों से बाहर जाकर संदेश पहुंचाना पड़ता है। ग्रामीणों ने टेलीकॉम कंपनी के आला अधिकारियों से मांग की है कि नेटवर्क की समस्या का निजी समाधान किया जाए।