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जब भीमाकाली मंदिर पहुंचे मुख्यमंत्री, बच्चों के साथ ली सेल्फ़ी

विनोद भार्गव, शिमला।। गुरुवार को सराहन के प्रसिद्ध भीमाकाली मंदिर के पुजारी और वहां आए श्रद्धालु उस समय हैरान रह गए जब उन्हें पता चला कि राज्य के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर भी वहां शीश नवाने पहुंचे हैं। श्रद्धालु और आसपास के लोग भी अचानक सीएम को अपने बीच पाकर उत्साहित नजर आए।

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर अपने तय शेड्यूल से वक्त निकालकर सराहन के प्रसिद्ध भीमाकाली मंदिर पहुंचे थे। यहां उन्होंने मंदिर में माथा टेका और कुछ समय बिताने के बाद अपने तय कार्यक्रम के तहत वापस लौट गए। लेकिन जब तक वह मंदिर परिसर में रहे, श्रद्धालुओं और स्थानीय जनता के बीच सीएम के साथ फोटो खिंचवाने की होड़ सी मच गई।

जब मुख्यमंत्री वापस लौटने लगे तो कुछ बच्चों ने उनके सामने आकर सेल्फी खींचने की कोशिश की। जब ऊंचाई कम होने के कारण बच्चों को फोटो खींचने में दिक्कत आई तो सीएम ने खुद फोन हाथ में लेकर उनके साथ सेल्फी खींची।

भीमाकाली मंदिर हिमाचल के प्राचीन मंदिरों और 51 शक्तिपीठों में से एक हैं। मान्यता है कि यहां पर सती का कान गिरा था। रामपुर बुशहर और किन्नौर के एक बड़े क्षेत्र के लोगों की देवी पर गहरी श्रद्धा है।

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पहले भी भीमाकाली मंदिर आते रहे हैं लेकिन सीएम बनने के बाद यह पहला मौका है जो वह यहां आए। पद पर रहते हुए इस मंदिर में शीश नवाने वाले वह भाजपा के संभवत: इकलौते मुख्यमंत्री हैं।

दरअसल मां भीमाकाली बुशहर रियासत के पूर्व शासकों की कुलदेवी हैं। दिवंगत पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र इसी परिवार से थे और रामपुर बुशहर उनका पैतृक स्थान था। शायद इसीलिए भाजपा के मुख्यमंत्रियों शांता कुमार और प्रेम कुमार धूमल में यहां आने को लेकर ज्यादा उत्साह नहीं दिखा। हालांकि जयराम ठाकुर लगभग दो साल के अंतराल में दूसरी बार रामपुर बुशहर पहुंचने वाले भी संभवत: इकलौते भाजपाई सीएम हैं।

इससे पहले मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर अप्रैल 2019 को रामपुर बुशहर आए थे। उस दौरान लोकसभा चुनावों में भाजपा के सांसद रामस्वरूप शर्मा यहां से 12 हज़ार वोटों से आगे रहे थे जबकि उससे पहले रामपुर से बीजेपी को कभी लीड नहीं मिली थी। उस दौरान मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा था कि वीरभद्र की तरह जयराम ठाकुर पर भी मां भीमाकाली का आशीर्वाद है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर मंडी के भीमाकाली मंदिर में भी शीश नवाते रहते हैं।

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