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मंडी के बल्ह में इंटरनैशनल एयरपोर्ट बनाने की योजना क्या फुस्स हो गई?

शिमला।। मंडी के बल्ह में प्रस्तावित अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे को लेकर अनिश्चितता के बादल मंडराने लगे हैं। वजह- तकनीकी कारण और निर्माण में अत्यधिक खर्च होने की आशंका। मंडी में जिस जगह यह हवाई अड्डा बनाने की तैयारी है, वह बेहद उपजाऊ है और यहां जमीन के दाम काफी अधिक हैं।

मंडी में एक पुल के उद्घाटन के बाद सीएम जयराम ठाकुर ने पत्रकारों से कहा कि सरकार यहां 3100 मीटर लंबी हवाई पट्टी बनाना चाह रही थी ताकि बड़े विमान उतर सकें। इसके लिए जमीन के अधिग्रहण में 2500 करोड़ रुपये लगेंगे जो कि काफी महंगा सौदा होगा। अब सरकार नई जगह की तलाश कर रही है ताकि समय पर निर्माण शुरू हो सके।

सीएम ने कहा, “मैं मंडी जिले में एक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बनाना चाहता हूँ। इसके लिए सरकार ने उड्डयन, पर्यटन और वित्त मंत्रालय से बात की थी और सकारात्मक जवाब भी मिला था।”

“राज्य सरकार ने बल्ह घाटी में काफी सर्वे किया। आकलन रहा कि कृषि भूमि का मार्केट रेट काफी अधिक है। सरकार को मुआवजे के तौर पर किसानों को 2500 करोड़ रुपये देने होंगे। इसके अलावा कुछ तकनीकी बाधाएं भी हैं। सरकार और जगह भी देख रही है।”

मुख्यमंत्री का यह बयान ऐसे समय आया है जब पिछले ही महीने दिल्ली में उन्होंने उड्डयन मंत्री से मुलाकात की थी। इसके बाद उन्होंने अपने फेसबुक पेज पर कहा था कि हवाई अड्डे के लिए मंजूरी मिल गई है। खबरें भी छपी थीं और इसे बड़ी उपलब्धि के तौर पर प्रचरित किया गया था।

मगर कुछ ही दिनों में इस मामले में सरकार के स्वर बदल गए हैं। गौरतलब है कि लंबे समय से बल्ह में हवाई अड्डा बनाने का विरोध हो रहा था। यहां की उपजाऊ जमीन, यहां पड़ने वाली धुंध और बरसात में जलभराव इसके कुछ मुख्य कारण थे।

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