Site icon In Himachal | इन हिमाचल

चलाने के लिए प्राइवेट कंपनियों को दिए जाएंगे HPTDC के होटल और कैफ़े

सांकेतिक तस्वीर

शिमला।। हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम (HPTDC) अपने कुछ होटलों और कैफ़े को प्राइवेट कंपनियों को सौंपने की तैैयारी में है। हालांकि, इन होटलों और कैफ़े का मालिकाना हक निगम का ही रहेगा।  ऐसा नहीं है कि सिर्फ़ घाटे में चल रहे होटलों आदि को ही सही से चलाने के लिए प्राइवेट प्लेयर्स को दिया जाएगा, बल्कि फायदे में चल रहे होटल और कैफ़े के संचालन का जिम्मा भी प्राइवेट कंपनियों को दिया जाएगा।

यह फैसला HPTDC के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की बैठक में लिया गया है। इसके तहत मुनाफे और घाटे वाली कुछ संपत्तियों को ऑपरेशन एंड मैनेजमेंट के लिए प्राइवेट प्लेयर्स को देना तय हुआ है।

इस समय HPTDC के पास प्रदेश में 60 के करीब होटल, रेस्ट्रॉन्ट और कैफ़े हैं। बताया जाता है कि इनमें 35 घाटे में हैं। यह तय हुआ है कि प्राइवेट प्लेयर्स को सौंपने के बावजूद इन होटलों आदि में HPTDC के कर्मचारियों की सेवाएं ली जाती रहेंगी।

हाल ही में हिमाचल सरकार ने पूर्व आईएएस अधिकारी तरुण श्रीधर को HPTDC की वित्तीय हालत सुधारने की जिम्मेदारी सौंपी थी। इसके लिए एक सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया था। तरुण श्रीधर को एक निश्चित अवधि में सुझाव देकर बताना है कि कैसे एचपीटीडीसी की हालत बेहतर की जा सकती है।

पूर्व आईएएस अधिकारी तरुण श्रीधर

द ट्रिब्यून की खबर के अनुसार, तरुण श्रीधर ने हाल ही में कुछ होटलों और कैफ़े आदि का दौरा करके वहां के कर्मचारियों और संबंधित व्यक्तियों से फीडबैक लिया था, ताकि HPTDC को संकट के बाहर निकालने की योजना तैयार की जा सके।

इसके अलावा, होटलों में कमरों की बुुकिंग के लिए HPTDC ने एक प्राइवेट कंपनी से संपर्क किया है। साथ ही, अच्छी जगहों पर मौजूद होटलों पर मेहमानों की आमद बढ़ाने के लिए ट्रैवल एजेंट्स की मदद लेने की भी योजना है। बताया जा रहा है कि नए प्रयासों का मकसद यह है कि सरकारी होटल, रेस्ट्रॉन्ट और कैफ़े आदि को प्राइवेट सेक्टर की तरह बेहतर ढंग चलाया जा सके।

Exit mobile version