शिमला।। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग (HPSSC) को भंग करने का फैसला किया है। आयोग को बीते साल दिसंबर में जेओए आईटी का पेपर लीक होने के बाद सस्पेंड कर दिया गया था। सीएम ने बताया कि मामले की जांच रिपोर्ट मिलने के बाद उन्होंने फैसला किया कि आयोग को भंग करना ही उचित होगा।
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सीएम ने कहा, “यह बड़े दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि कर्मचारी चयन आयोग में बीते तीन साल से भर्ती परीक्षाओं के पेपर बेचे जा रहे थे। ये पेपर कुछ लोगों की ही बेचे जा रहे थे। जांच रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है। इसको देखते हुए आयोग को भंग करने का फैसला लिया गया है।”
दरअसल, 25 दिसंबर 2022 को पोस्ट कोड 965 जेओए आईटी की भर्ती परीक्षा होनी थी लेकिन 23 दिसंबर को हमीरपुर विजिलेंस टीम ने चयन आयोग की गोपनीय शाखा की वरिष्ठ सहायक उमा आजाद को पेपर लीक मामले में गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद प्रदेश सरकार ने 26 दिसंबर 2022 को आयोग को निलंबित कर दिया था।
सीएम ने कहा कि नीचे से लेकर ऊंचे स्तर के स्टाफ की पेपर लीक करने में संलिप्तता पाई गई है। उन्होंने कहा कि जांच जारी है, इसलिए अभी वह जानकारियां साझा नहीं करेंगे। उन्होंने बताया कि मामले की पहली चार्जशीट फाइल की जा रही है और जल्द की सप्लिमेंटरी चार्जशीट भी फाइल की जाएगी। अब तक इस मामले में 8 लोगों को चार्जशीट किया गया है।