शिमला।। हिमाचल प्रदेश की अर्थव्यवस्था में भारी गिरावट दर्ज की गई है। प्रदेश की आर्थिक विकास दर में 6.2% की गिरावट देखने को मिली है और यह नेगेटिव चली गई है। इसकी वजह कोरोना महामारी को माना जा रहा है। प्रतिव्यक्ति आय भी 3.7 कम हुई है। इस कारण इस वित्त वर्ष में यह 1.83 लाख रुपये रहने की संभावना जताई गई है।
आर्थिक सर्वेक्षण की रिपोर्ट शुक्रवार को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने विधानसभा के बजट सत्र के छठे दिन सदन में पेश की। वित्तीय वर्ष 2018-19 में विकास दर 6.5 प्रतिशत और 2019-20 में 4.9 प्रतिशत रही। चालू वित्त वर्ष में बड़ी गिरावट के साथ यह ऋणात्मक हो गई है।
राज्य का सकल घरेलू उत्पाद प्रचलित भाव पर वर्ष 2019-20 में 1,62,816 करोड़ रुपये है। यह गत वर्ष 2018-19 में 1,49,422 करोड़ रुपये था। कोरोना के प्रभाव के कारण प्रथम अग्रिम अनुमान के अनुसार वर्ष 2020-21 में सकल घरेलू उत्पाद में 6.2 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है।
वर्ष 2019-20 में हिमाचल प्रदेश की प्रतिव्यक्ति आय प्रचलित भाव पर 7.9 प्रतिशत वृद्धि के साथ 1,90,407 रही। जो वर्ष 2018-19 में पिछले वर्ष से 6.6 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 1,76,460 आंकी गई है। वर्ष 2020-21 में प्रतिव्यक्ति आय 3.7 प्रतिशत की गिरावट के साथ 1,83,286 रहने की संभावना है।