ऊना।। हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले में पशुपालन विभाग ने बड़े पैमाने पर पशुओं के टीकाकरण की योजना बनाई है। पालतू और बेसहारा पशुओं को खुर और मुंह के रोग (Foot and mouth disease or FMD) से बचाने के लिए यह अभियान चलाया जाएगा। स्थानीय भाषा में इस रोग को खुरमुंही भी कहा जाता है।
FMD बेहद संक्रामक बीमारी होती जो एक वायरस के कारण फैलती है। यह वायरस अक्सर खुर वाले जीवों को प्रभावित करता है। इससे पशुओं को तेज बुखार होता है जो दो से छह दिन तक रह सकता है। इसके साथ ही पशुओं के मुंह के अंदर और खुरों में छाले हो जाते हैं। कई बार यह बीमारी जानलेवा भी बन जाती है।
इसी को देखते हुए ऊना पशुपालन विभाग ने 3,255 पशुओं को वैक्सीन लगाई। संयुक्त निदेशक डॉक्टर सुरेश धीमान ने पत्रकारों को जानकारी दी कि एक लाख 35 हजार पशुओं को यह टीका लगना है। यह टीका न सिर्फ लोगों के पालतु पशुओं (गायों और भैंसों) को लगेगा बल्कि गोअभ्यारण्यों और अन्य स्थानों के साथ बेहसाहारा गायों आदि को भी लगाया जाएगा।
इस लक्ष्य को 45 दिनों के अंदर पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।