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सीएम के आश्वासन से जगी करुणामूलक आश्रितों की उम्मीद

शिमला।। सीएम जयराम ठाकुर के आश्वासन के बाद अब प्रदेश के सैंकड़ों करुणामूलक आश्रितों की उम्मीद जगी है। विधानसभा में सीएम ने कहा है कि प्रदेश के पात्र लोगों को एक साथ करुणामूलक नौकरी मिलेगी।

विधानसभा के मानसून सत्र में नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने करुणामूलक आधार पर नियुक्तियों को लेकर सवाल पूछा था। इसके जवाब में सीएम ने कहा इसके लिए एक कमेटी गठित की जाएगी, जिसकी अध्यक्षता मुख्य सचिव द्वारा की जाएगी। इसके अलावा सीएम ने पांच प्रतिशत कोटे को खत्म करने की भी बात कही है। सीएम ने कहा कि यह कमेटी इस कोटे को खत्म करने का रास्ता निकलेगी।

सीएम ने कहा कि कमेटी इस बात के लिए भी सरकार को सिफारिश करेगी कि सबको एकसाथ नौकरी मिल सके। सीएम ने इस बात की भी जानकारी दी कि सरकार ने सात मार्च, 2019 की रिवाइज़्ड पॉलिसी में भी बदलाव किया था। पहले 50 साल की उम्र में मृत्यु होने पर ही नौकरी देने का प्रावधान था, जिसे सरकार ने अब बढ़ा दिया है।

अब अगर किसी व्यक्ति की मृत्यु रिटायरमेंट के दो दिन पहले भी हो जाती है, तो तब भी उनके परिवार को नौकरी दी जाएगी। इसके साथ करुणामूलक नौकरी के लिए आय सीमा को भी सरकार ने अढ़ाई लाख तक कर दिया है।

सीएम के इस जवाब पर नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने पटलवार भी किया। अग्निहोत्री ने कहा कि जब किसी मामले को लटकाना हो, सरकार तब कमेटियां बनाती है। इस समय करुणामूलक के तहत बहुत से पात्र लोग ऐसे हैं जिनकी सरकारी नौकरी की उम्र निकल गई है। नेता प्रतिपक्ष के अलावा कांग्रेस के विधायक रामलाल ठाकुर ने भी आरोप लगाया कि करुणामूलक नौकरी समय पर नहीं दी जाती है। इस पर सीएम ने कहा कि जनवरी, 2018 से 31 जनवरी, 2021 तक करुणामूलक के आधार पर प्रदेश के विभिन्न विभागों में कुल 706 लोगों को नौकरियां दी गई हैं।

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