Site icon In Himachal | इन हिमाचल

आक्रामक हुई भाजपा, पूछा- स्कूटर पर सेब किसने ढोए?

शिमला।। चुनाव नजदीक आते ही राजनीतिक दल सक्रिय हो गए हैं और सोशल मीडिया पर एक-दूसरे पर वार करना शुरू कर दिया है। इस बीच अब तक अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाने में जुटी भारतीय जनता पार्टी ने अब सियासी वार करना भी शुरू कर दिया है। भारतीय जनता पार्टी हिमाचल प्रदेश के आधिकारिक फेसबुक पेज पर पोस्ट किया गया है- हिमाचल में स्कूटर पर सेब ढोकर करोड़ों रुपये किसने कमाए?

इसे सीधे तौर पर कांग्रेस और कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह पर निशाना माना जा रहा है। गौरतलब है कि आय से अधिक संपत्ति और मनी लॉन्डरिंग को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह, उनकी पत्नी प्रतिभा सिंह और बेटे विक्रमादित्य सिंह पर मामले दर्ज हुए थे। वीरभद्र सिंह के निधन के बाद उनसे तो मामले हट गए हैं मगर अन्य अभियुक्तों पर केस चल रहे हैं और वे जमानत पर हैं।

आय से अधिक मामले में संपत्ति और मनी लॉन्डरिंग के आरोपों के चलते ही वीरभद्र सिंह को केंद्रीय इस्पात मंत्री के पद से इस्तीफा देना पड़ा था।

क्या है मामला
वीरभद्र सिंह पर भ्रष्टाचार के आरोप उस समय लगे जब केंद्र में कांग्रेस नेतृत्व वाली यूपीए सरकार थी और वह इस्पात मंत्री थे। 30 नवंबर और 1 दिसंबर 2010 को इस्पात इंडस्ट्रीज नामक उद्योग में आयकर विभाग ने छापा मारा। एक डायरी जब्त की गई जिसमें वीबीएस के आगे 2 करोड़ 80 लाख रुपये की राशि लिखी थी।

इस बीच यह भी पाया गया था कि केंद्र में मंत्री रहते वीरभद्र सिंह ने 2008 से 2011 के बीच अपने व अपने परिवार का बीमा करवाने के लिए 6 करोड़ 50 लाख की एकमुश्त किश्त नकद एलआईसी एजेंट के खाते में डाल दी थी।

छानबीन हुई तो 2 मार्च 2012 को वीरभद्र सिंंह ने वित्त वर्ष 2008-09, 2009-2010 और 2010-2011 की अपनी आयकर रिटर्न को संशोधित किया और सेब बगीचों की आय 47 लाख 35 हजार से बढ़ाकर 6 करोड़ 50 लाख से अधिक दर्शा दी।

ऐसी जानकारी सामने आई थी कि जून 2011 से नवंबर 2011 के बीच वक्कामुल्ला चंद्रशेखर नाम के शख्स के बैंक खातों से वीरभद्र सिंह और उनके परिवार के सदस्यों के बैंक खातों में 5 करोड़ 90 लाख की धनराशि ट्रांसफर की गई थी।

ईडी ने जब सेब के बगीचों से दिखाई गई आय की पड़ताल की थी तो यह पाया गया था जिन वाहनों में सेब ढोए गए थे, उनमें एक नंबर स्कूटर का था। उस समय इस मामले को लेकर कांग्रेस वीरभद्र परिवार को लेकर असहज हो गई थी। अब फिर यह मामला उछालकर भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस को घेरने की कोशिश की है।

Exit mobile version