शिमला। हिमाचल में बीते 16 दिनों में कोरोना की स्थतियों में काफी ज्यादा बदलाव आया है। अगर यह कहें कि हम भी घातक परिस्थितियों की ओर बढ़ रहे हैं तो यह कहना भी गलत नहीं होगा। इसकी दो वजह हैं। एक बीते 16 दिनों में हिमाचल में आए कोरोना केस और मौत के आंकड़े। दूसरी वजह यह है कि मंडी जिला में दो व्यक्तियों की मौत घर पर ही हो गई। इसके बाद पता चला कि दोनों ही व्यक्तियों को कोरोना था।
पहले बात करते हैं हिमाचल में लगातार बढ़ रहे कोरोना केस के ग्राफ की। हिमाचल में अप्रैल महीने में 16 दिन के भीतर ही कोरोना केस में बेतहाशा वृद्धि दर्ज हुई है। इस वजह से कोरोना पॉजिटिविटी रेट बढ़ा है, जबकि कोरोना रिकवरी रेट में कमी आई है। इसके साथ ही कोरोना मृत्यु दर में भी बढ़ोतरी दर्ज हुई है। बीते 16 दिनों के आंकड़े इस बात की तस्दीक कर रहे हैं। हालात किस ओर बढ़ रहे हैं यह किसी से छिपा नहीं है।
अप्रैल में 16 दिन के आंकड़े
- कोविड केस 10 हजार 590
- कोविड मौतें 120
- ठीक होने वाले 5 हजार 710
- कोविड टेस्ट हुए 106671
अब इससे भी गंभीर विषय एक और है। दरअसल मंडी जिला में दो मौतें बीते रोज हुईं, लेकिन चिंताजनक बात यह थी कि दोनों ही मामलों में मौत के बाद यह बात पता चला कि व्यक्ति कोरोना संक्रमित थे। परेशानी इसलिए भी ज्यादा है क्योंकि अमर उजाला में प्रकाशित खबर के मुताबिक दोनों ही व्यक्तियों की मौत घर पर हुई है।
ऐसे में साफ है कि लोग टेस्ट नहीं करवा रहे और सरकार ने भी अपनी टेस्टिंग क्षमता में ज्यादा इजाफा नहीं किया है। बीते साल भी ऐसे ही मामले सामने आए थे, जहां पता चला था कि मरीजों की स्थिति काफी ज्यादा बिगड़ने पर वो अस्पताल पहुंच रहे हैं, लेकिन ताजा मामले में तो व्यक्तियों को यह भी पता नहीं था कि वो कोरोना संक्रमित हैं। यह हालात रहते हैं तो हम भी दिल्ली और महाराष्ट्र की तरह कोरोना हॉटस्पॉट बन सकते हैं। इसलिए अभी से सावधानियां ज्यादा जरूरी है।