कांगड़ा।। नूरपुर के एक प्राइवेट स्कूल में पढ़ने वाले 6 बच्चों के अभिभावकों ने आरोप लगाया है कि फीस जमा न होने पर उनके बच्चों को स्कूल से बाहर का रास्ता दिखा दिया। अभिभावक इसकी शिकायत को लेकर गुरुवार को डी.सी. कांगड़ा से मिलने पहुंचे। जिन बच्चों को कथित तौर पर स्कूल से बाहर निकाला गया, वे पहली व दूसरी कक्षा के हैं।
जानकारी के मुताबिक उक्त अभिभावक अपने बच्चों के साथ सुबह लगभग 10 बजे डी.सी. कांगड़ा से मिलने डी.सी. दफतर पहुंचे। डी.सी. कांगड़ा को दी शिकायत में उक्त अभिभावकों ने डीएवी स्कूल नूरपुर (बागनी) के प्रबंधन पर बच्चों व उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है।
शिकायतकर्ता का कहना है कि वे उसी स्कूल में बतौर ड्राइवर सेवाएं देते हैं, जहां उनके बच्चे पढ़ते हैं। संजीव कुमार, संजू और प्रकाश आदि का कहना है कि जिस समय बच्चों की स्कूल में एडमिशन दी थी तो उस बच्चों की फीस 120 रुपए थी। उसके बाद स्कूल द्वारा दूसरे सेशनन में फीस को 1060 रुपए कर दिया।
उन्होंने कहा कि अक्तूबर 2018 तक हम सभी अभिभावकों ने बच्चों की फीस 1060 रुपए के हिसाब से दे दी परंतु उसके बाद स्कूल के प्रिंसीपल ने फीस लेने से मना कर दिया है। शिकायतकर्ताओं के अनुसार अब प्रिंसीपल ने उन्हें अक्तूबर 2018 से लेकर मार्च 2019 तक 2380 रुपए के हिसाब से फीस जमा करवाने के लिए कहा है।
परेशान अभिभावकों का कहना है कि मार्च महीने में प्रिंसीपल ने बच्चों का रिपोर्ट कार्ड भी नहीं दिया। उसके बाद उन्होंने नूरपुर एस.डी.एम. के सहयोग से रिपोर्ट कार्ड प्राप्त किए। अभिभावकों का कहना है कि वह फीस देने को तैयार हैं परंतु प्रिंसीपल मानने को तैयार नहीं है। इसके उपरांत प्रिंसीपल ने बच्चों को स्कूल से निकाल दिया था कि अब बच्चों को स्कूल में आने की कोई जरूरत नहीं है।
क्या बोले डीसी
इस मामले में स्कूल प्रबंधन का पक्ष सार्वजनिक नहीं हो पाया है। स्कूल की ओर से कोई बयान आने पर उसे भी प्रकाशित किया जाएगा। बहरहाल, इस मामले पर डी.सी. कांगड़ा संदीप कुमार ने कहा कि आज बच्चों के साथ उनके माता-पिता मेरे पास आए थे।
उन्होंने कहा, “मामले पर कार्रवाई की जाएगी। एक दिन के भीतर समाधान किया जाएगा और किसी भी बच्चे को स्कूल से नहीं निकाला जाएगा”