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चंबी रैली: शक्ति प्रदर्शन, भूखे-प्यासे कार्यकर्ता, रफ़ाल पर लड़खड़ाते राहुल

अमित पुरी, धर्मशाला।। शाहपुर के चंबी मैदान में आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर महत्वपूर्ण मानी जा रही रैली के बहाने कांगड़ा लोकसभा सीट से टिकट की चाहत में कांगड़ा के कांग्रेसी नेताओं ने शक्ति प्रदर्शन दिखाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। जहां पूर्व सरकार में परिवहन मंत्री रहे जीएस बाली ने कछियारी से लेकर चंबी तक अपनी कार्यकर्ताओं के रैली स्थल तक पहुंचे वहीं कांगड़ा से कांग्रेस के मौजूदा विधायक पवन काजल ने भी अपनी ताकत को दिखाने की कोशिश की।

पूर्व मंत्री जीएस बाली ने कछियारी से चंबी मैदान तक अपनी कार्यकर्ताओं के साथ शक्ति प्रदर्शन किया वहीं लोकसभा चुनावों में टिकट की दौड़ में सबसे माने जा रहे बाली रैली के दौरान थोड़े मायूस से नजर आए। वहीं कांग्रेस के मौजूदा विधायक पवन काजल ने राहुल की रैली में सबसे ज्यादा भीड़ जुटाने का दावा करते हुए शक्ति प्रदर्शन किया। कांगड़ा से टिकट के लिए जहां सुधीर और बाली दौड़ में है वहीं पवन काजल भी इस रेस में दौड़ते दिख रहे है।

जहां सुधीर शर्मा ने रैली आयोजन स्थल पर अपने कार्यकर्ताओं के हाथों में अपने व राहुल गांधी के पोस्टर बांट कर शक्ति प्रदर्शन करने की कोशिश बैठे-बैठे ही की। बहरहाल, रैलियों में शक्ति प्रदर्शन और समर्थकों की भीड़ ही टिकट पाने का एकमात्र जरिया नहीं होती। लोगों में स्वीकार्यता, अपने इलाके से बाहर प्रभाव, संगठन में पहुंच और अपने स्तर पर चुनाव का खर्च उठा सकने की क्षमता भी मायने रखती है। ऐसे में शक्ति प्रदर्शन में भले कोई आगे, कोई पीछे नजर आया मगर असल दम उसी वक्त पता चलेगा जब आलाकमान टिकट का फैसला करेगा।

कार्यकर्ता हुए परेशान 
शाहपुर के चंबी में आयोजित राहुल गांधी की रैली प्रदेश भर से आए कार्यकतार्ओं के लिए आफत बनी रही। प्रदेश भर से आए कार्यकर्ता रैली के दौरान भूख प्यास से तरसने के लिए मजबूर थे। कड़कड़ाती धूप में हजारों कार्यकर्ता पानी पीने के लिए परेशान रहे। सुबह से ही वे रैली स्थल पर राहुल गांधी का इंतजार कर रहे थे।

प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने जहां रैली में आने वाले हजारों कार्यकर्ताओं को खाना व पानी की व्यवस्था करने की घोषणा की थी, लेकिन प्रदेश कांग्रेस पार्टी की यह घोषणा रैली स्थल पर सिरे चढ़ती नहीं दिखी। हजारों कार्यकर्ता चमकती धूप में भूख-प्यास से व्याकुल होकर राहुल गांधी का इंतजार करते नजर आए।

2 बजे राहुल गांधी की रैली का समय तय किया गया था, लेकिन रैली करीब एक घंटा देरी से शुरू हुई। कांग्रेस की यह रैली कुल मिलाकर अव्यवस्थाओं की मार झेलती हुई दिखी। इस रैली में जहां हजारों की संख्या में लोग दूरदराज के क्षेत्रों से आए थे, लेकिन प्रदेश कांग्रेस के सभी व्यवस्थाओं के दावे आयोजन स्थल पर हवा हवाई होते दिखे।

राहुल की जुबान लड़खड़ाई
राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी राफेल मुद्दे को लेकर कई बार राफेल जहाजों की कीमत को लेकर सहज नहीं दिखे। उन्होंने एक बार राफेल की कीमत 16000 तो दूसरी बार 16 हजार करोड़ व तीसरी बार 1600 करोड़ बता दी। गांधी की राफेल जहाजों की कीमत की पूरी जानकारी ना होना रैली में चर्चा का विषय बना रहा। रैली खत्म होने के बाद रैली में आए कांग्रेस के ही कार्यकर्ता भी इसी का जिक्र करते नजर आए।

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