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पति-पत्नी ठीक से बोल नहीं सकते, प्रशासन ने भी सुनी नहीं; अब बच्चे भुगत रहे

चम्बा।। देश में घर-घर बिजली और गैस पहुंचाए जाने के दावों के बीच एक ऐसे परिवार की कहानी जो आज भी मानो काला पानी की सजा काट रहा है। मामला चंबा के डलहौजी विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली डांड पंचायत के गाव डूग्शु का है जहां के कयूम खान के घर ना तो आज तक बिजली है और ना ही आज तक गैस उपलब्ध हो पाई है।

ये परिवार इतना गरीब है कि 2 टाइम का खाना जिस दिन नसीब हो जाए, वो दिन इनके लिए त्यौहार जैसा है। यह भी हैरानी की बात है कि परिवार आईआरडीपी में आता है, उसके बाद भी इनकी कोई मदद नहीं मिली। समस्या ये है कि कयूम खान और उनकी पत्नी दोनों ही ठीक से बोल नहीं सकते। वे तुतलाते हुए बोल पाते हैं, उच्चारण साफ नहीं आता।

इनके दो बच्चे हैं। एक लडकी आमना बेगम, जो छठी कक्षा में पढ़ती है और एक लड़का मोहम्मद परवेज तीसरी कक्षा में है। दोनों ही बच्चे दीये की रौशनी में पढ़ाई करते हैं।

क्यों नहीं पहुंची बिजली
आईआरडीपी में आने के 11 साल से अधिक समय बीत जाने के बाद भी परिवार की कोई सुनाई नहीं हुई। कयूम खान का दावा है कि जब भी वो बिजली विभाग गए, उनसे 5000 रुपये जमा करवाने को कहा गया।

अब जिस घर में दो टाइम का खाना मिलना नसीब न हो, जो व्यक्ति मनरेगा में काम करके अपने परिवार का पालन पोषण कर रहा हो, वो कहां से 5000 की राशि जमा करवाएगा। कयूम का कहना है कि गैस के लिए कई बार फरियाद लगाई लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।

आपको बता दें कि कयूम के घर की हालत इतनी दयनीय है कि कब गिर जाए, कहा नहीं जा सकता। लेकिन परिवार गरीबी की मार झेलने के कारण जैसे तैसे अपना जीवन बसर कर रहा है।

क्या कहता है प्रशासन
एसडीएम सलूणी विजय धीमान ने कहा कि मामले की जानकारी आपके माध्यम से मिली है, इस मामले पर जल्द से जल्द कार्यवाही की जाएगी और गरीब परिवार को हर सम्भव मदद पहुंचाई जाएगी।

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