इन हिमाचल डेस्क।। दिल्ली के कनॉट प्लेस के पास कस्तूबरा गांधी मार्ग पर हिंदुस्तान टाइम्स हाउस के बाहर एक टेंट में रहने वाले रविंदर सिंह अब इस दुनिया में नहीं रहे। न्यूज़ लॉन्ड्री के मुताबिक वह हिंदुस्तान टाइम्स अखबार के प्रिंटिंग डिविजन में काम करते थे मगर 2004 में उन्हें और 361 अन्य लोगों को नौकरी से निकाल दिया गया था। तभी से वह संघर्ष कर रहे थे और चाहते थे कि उन्हें उनका हक मिले। इसी उम्मीद में उन्होंने हिंदुस्तान टाइम्स की गगनचुंबी इमारत के बाहर सबवे पर डेरा डाल दिया था।
पीले रंग के तंबू के नीचे रहने वाले रविंदर सिंह जिन्हें लोग अक्सर ठाकुर साहब कहते थे, यहीं पिछले कई सालों से डटे हुए थे। पेड़ों के नीचे सोया करते थे। वे कहते थे कि एक दिन जरूर मुझे मेरा हक मिलेगा। मगर उनका सपना पूरा नहीं हो पाया। गुरुवार सुबह एक हॉकर ने देखा कि वह मृत पड़े हैं। यहां के लोग कहते हैं कि उनके बिना यह जगह सूनी लगेगी।
विडंबना यह है कि उनका शव लेडी हार्डिंग हॉस्पिटल की मॉर्चुअरी में पड़ा हुआ है। पुलिस का कहना है कि उनके परिजनों का पता नहीं चल रहा। पोस्टमॉर्टम अड्रेस वेरिफाई करने के बाद ही होगा। 62 साल के रविंदर सिंह हिमाचल प्रदेश के बताए जाते हैं मगर पिछले कई सालों से वह परिवार से नहीं मिले।
वह इस दुनिया में नहीं हैं मगर उनके संघर्ष वाले पोस्टर अब भी लगे हुए हैं। उनके साथ निकाले गए कर्मचारियों ने पुलिस से गुजारिश की है अगर कोई परिजन नहीं मिलता है तो शव उनके हवाले कर दिया जाए। वे कहते हैं कि रविंदर के पिता रंगील सिंह थे और वह भी एचटी में सिक्यॉरिटी गार्ड थे।
अगर आपमें से किसी को रविंदर सिंह (62 वर्ष), सुपुत्र श्री रंगील सिंह का पता चलता है जो दिल्ली में एचटी में कार्यरत थे तो जरूर जानकारी देने के लिए आगे आएं।