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कबड्डी के शौकीन राजिंदर गर्ग ने मंत्री बन चौंकाया

शिमला।। घुमारवीं से विधायक राजिंदर गर्ग हिमाचल सरकार में मंत्री बनाए गए हैं। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के करीबी माने जाने वाले गर्ग लंबे समय से संगठन से जुड़े हैं। उनके अलावा पावंटा के विधायक सुखराम चौधरी और नूरपुर के एमएलए राकेश पठानिया को भी मंत्री बनाया गया है।

30 मई 1966 को बिलासपुर के ठंडोड़ा में जन्मे राजिंदर गर्ग बॉटनी में एमएससी हैं। उन्होंने एचपीयू और जीवाजी यूनिवर्सिटी ग्वालियर से पढ़ाई की है। परिवार में उनकी पत्नी, एक बेटा और एक बेटी हैं। पेशे से वह राजनीतिक कार्यकर्ता, कृषक और बागवान हैं।

गर्ग छात्र जीवन से राजनीति से जुड़ गए थे। 1982 में वह आरएसएस के स्वयंसेवक बने और 1983 में सक्रिय रूप से एबीवीपी की गतिविधियों में हिस्सा लेने लगे। पहले एबीवीपी के बिलासपुर जिले के संयोजक रहे, फिर हिमाचल एबीवीपी के सचिव बने, मध्य प्रदेश में परिषद के पूर्णकालिक संगठन सचिव रहे।

बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के करीबी हैं राजिंदर गर्ग

कुछ समय के लिए वह पत्रकारिता से भी जुड़े थे। 2000 से लेकर 2006 तक दैनिक भास्कर के लिए स्थानीय संवाददाता के तौर पर काम किया। फिर बीजेपी के ट्रेनिंग सेल के संयोज ने। 2006 से 10 तक हिमाचल स्कूल शिक्षा बोर्ड और तकनीकी शिक्षा बोर्ड के सदस्य और निदेशक रहे. 2009 से 2011 तक बीजेपी के नेशनल ट्रेनिंग सेल के सदस्य भी रहे।

2012 चुनाव में जब उन्हें पहली बार टिकट मिला तो 2500 वोटों से हार गए। इसके बाद उन्हें बीजेपी ने 2017 के विधानसभा चुनाव में दोबारा घुमारवीं से उतारा। इस बार उन्होंने कांग्रेस के राजेश धर्माणी को पराजित किया। लोगों से मिलना-जुलना उन्हें पसंद है और कबड्डी का शौक़ है। भले ही कई लोग उनके मंत्री बनने से हैरान हैं मगर राजनीतिक विश्लेषक मान रहे थे कि राजिंदर गर्ग का नंबर लग सकता है क्योंकि कई हालात उनके पक्ष में थे।

दरअसल हमीरपुर-बिलासपुर जैसे अहम ज़िलों से कोई भी मंत्री नहीं था। इन ज़िलों में बीजेपी के धुरंधर नेता, जिनमें प्रेम कुमार धूमल भी शामिल हैं, चुनाव हार चुके हैं। बीजेपी के चुने गए विधायक फ़र्स्ट टाइमर ही थे। इनमें नरिंदर ठाकुर अपवाद थे जो इस बार हमीरपुर से चुने जाने से पहले सुजानपुर उपचुनाव में जीत हासिल कर चुके थे। मगर राजनीतिक विश्लेषकों का मानना था कि धूमल ख़ेमा उन्हें मंत्री नहीं बनने देगा। उधर नड्डा की बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनते ही राजिंदर गर्ग की क़िस्मत के तारे भी चमकते हुए दिखने लगे थे।

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