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सरकार ने क्यों बहाल किए गुड़िया केस से जुड़े पुलिसकर्मी: मनकोटिया

धर्मशाला।। पूर्व मंत्री मेजर विजय सिंह मनकोटिया ने गुड़िया मामले में राज्य के नेताओं की चुप्पी पर सवाल उठाए हैं। मनकोटिया ने धर्मशाला में पत्रकारों से बात करते हुए यह भी पूछा कि राज्य सरकार ने गुड़िया केस और हिरासत में एक अभियुक्त की मौत के मामले में शामिल पुलिसकर्मियों को क्यों बहाल किया है।

मनकोटिया ने कहा कि सरकार को कारण बताना चाहिए कि उसे इन पुलिसकर्मियों को फिर से नियुक्ति देने की इतनी जल्दी क्यों थी। गौरतलब है कि कोटखाई मामला हैदराबाद वाली घटना की तरह ही था जहां दुराचार के बाद पीड़िता की हत्या कर दी गई थी। कोटखाई मामले में सीबीआई ने एक चरानी को अभियुक्त बनाया है मगर पीड़िता के परिजनों का कहना है कि यह एक शख़्स का काम नहीं था।

मनकोटिया ने कहा, “शुरू में कुछ मुख्य आरोपियों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुईं। बाद में मुझे पता चला कि उनमें से कुछ देश से बाहर चले गए। पुलिस ने कुछ मासूम लोगों को पकड़ा और उनमें से एक को हिरासत में मार डाला।”

सीबीआई ने गुड़िया केस में कुछ वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के ऊपर सबूत मिटाने और अभियुक्त सूरज की हत्या के मामले में केस दर्ज किया गया है। इसके बावजूद जमानत पर बाहर आए पुलिसकर्मियों को बहाल कर दिए जाने को मनकोटिया ने ग़लत बताया है। उन्होंने कहा, “इससे ऐसे जघन्य अपराधों को लेकर जयराम सरकार के रवैये का पता चलता है।”

मनकोटिया ने कहा, “राज्य के आम लोगों को अभी भी लगता है कि असल दोषियों को उनके राजनीतिक आकाओं ने बचा डाला। अब जबकि हत्या और महिलाओं के खिलाफ जघन्य अपराधों को लेकर देशभर में गुस्सा है, राजनीतिक नेतृत्व को गुड़िया केस मामले में भी स्पष्टता बरतनी चाहिए।”

बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने भी सीएम जयराम से माँग की है कि एक बार फिर गुड़िया मामले की जाँच की जाए।

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