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राज्यपाल से बदसलूकी, अग्निहोत्री समेत 5 कांग्रेस MLA निलंबित

शिमला।। हिमाचल प्रदेश विधानसभा में आज अजीब मंजर देखने को मिला। बजट सत्र के पहले ही दिन न सिर्फ हंगामा हुआ बल्कि कांग्रेस के विधायकों ने राज्पाल का रास्ता रोक दिया। इस दौरान बीजेपी और कांग्रेस के विधायक गुत्थमगुत्था हो गए। सदन का सत्र सोमवार तक स्थगित कर दिया गया मगर बाद में फिर इसे बुलाकर नेता प्रतिपक्ष अग्निहोत्री समेत कांग्रेस के पांच विधायकों को पूरे बजट सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया।

दरअसल, राज्यपाल के अभिभाषण पर नाराज़गी जताते हुए विपक्ष ने बीच में ही नारेबाज़ी शुरू कर दी। इसे देखते हुए राज्यपाल ने 15 मिनट में ही अभिभाषण खत्म कर दिया। यही नहीं, सदन से बाहर जाने के बाद विपक्ष ने विधानसभा गेट पर राज्यपाल का रास्ता रोक लिया। अभिभाषण की प्रति भी राज्यपाल पर फेंकी गई।

इसी दौरान दोनों दलों के सदस्य हुए आपस में गुत्थमगुत्था हो गए। धक्कामुक्की के दौरान मंत्री सुरेश भारद्वाज गिर गए। जानकारों का कहना है कि विधानसभा में पहली इस तरह का हंगामा देखने को मिला।

जब सदन को स्थगित किया गया तो उसके बाद मुख्यमंत्री ने सुरक्षाकर्मियों और मंत्रियों के साथ बैठक की। इसके बाद फिर से सदन बुलाया गया। हिमाचल के इतिहास में ऐसा भी पहली बार हुआ कि सदन के स्थगित होने के बाद समय से पहले सदन बुलाया गया हो।

विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही शुरू करते हुए बताया कि स्थगित होने के बाद 346 नियम के तहत दोबारा से सदन बुलाया गया है। लेकिन इसमें विपक्ष की तरफ से कोई भी नहीं पहुँचा। इस बीच विधानसभा अध्यक्ष विपिन परमार सहित संसदीय कार्यमंत्री सुरेश भारद्वाज और मुख्यमंत्री ने राज्यपाल के साथ हुए व्यवहार का आलोचना की। उन्होंने आज के दिन को शर्मनाक करार दिया।

इस बीच मांग उठी की ऐसे हंगामा करने वाले सदस्यों के ख़िलाफ़ कार्यवाही की जाए। कहा गया कि विपक्ष ने राज्यपाल पर हमला किया है। ऐसे में नियम 319 के तहत विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री, हर्षबर्धन चौहान, सतपाल रायज़दा, सुंदर सिंह और विनय सिंह को पूरे सत्र के लिए निलंबित किया गया।

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