सोलन।। चुनाव का मौसम है तो तरह-तरह की बातें सामने आ रही हैं। मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह शिमला रूरल सीट अपने बेटे के लिए छोड़ने के बाद पहले ठियोग गए और अब अर्की से चुनाव लड़ रहे हैं। मगर उनके विरोधी पक्ष के बहुत से लोग 3 साल पहले की उस घटना को जनता को फिर से याद दिला रहे हैं, जब मुख्यमंत्री ने नाराज होकर कहा था कि मैं बहुत सी घोषणाएं करने वाला था अर्की के लिए मगर अब नहीं करूंगा।
दरअसल मामला है सितंबर 2014 का। यहां पर जिला स्तरीय सायर मेला होता है। उसेके उद्घाटन के लिए मुख्यमंत्री पहुंचे थे। भाषणों का दौर लंबा चला तो लोगों में बेचैनी हो गई और उन्हें शोर-शराबा और हूटिंग शुरू कर दी। इससे नाराज मुख्यमंत्री ने भाषण बीच मे ही छोड़ दिया। उस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा था, “अर्की के विकास के लिए मैंने बहुत-सी घोषणाएं करनी थीं लेकिन अब मैं कोई घोषणा नहीं करूंगा।(स्रोत)”
ये शब्द कहने के बाद उन्होंने अपने भाषण को विराम दे दिया था और चुप बैठ गए थे। इसके बाद मंच में और जनता में खामोशी छा गई थी। स्थानीय लोगों और प्रशासन ने लोगों ने उन्हें मनाने की कोशिश की थी, मगर वह नहीं माने। वैसे उनका यह व्यवहार उस वक्त भी सवालों के घेर में नहीं आया था क्योंकि अर्की के विकास के लिए वह कुछ अपनी जेब से तो देने नहीं वाले थे। इसलिए अगर वह सिर्फ अपनी नाराजगी के लिए किसी जगह के लिए विकास योजनाओं की घोषणा करके उन्हें रोकते हैं तो यह और गलत है।
बहरहाल, अब लोग फिर उन खबरों को शेयर कर रहे हैं और इसे चुनावी मुद्दा बनाने की कोशिश कर रहे हैं:
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि मुख्यमंत्री लोगों की नाराजगी दूर करने में कामयाब हो पाते हैं या बीजेपी इस मुद्दे को लेकर जनता को वीरभद्र के खिलाफ करने में सफल हो पाती है।