Site icon In Himachal | इन हिमाचल |

वंश आगे बढ़ाना चाहते हैं तो भांग से दूर ही रहें

शिमला।।
आपको अपनी फेसबुक फ्रेंडलिस्ट में भी कई लोग ऐसे मिल जाएंगे, जो भांग के पत्ते या धूम्रपान करते शिव की तस्वीरें शेयर करते हैं। इस बात से आपको अंदाजा हो जाएगा कि हिमाचल प्रदेश के युवाओं और खासकर स्कूल के बच्चों तक में भांग को लेकर दीवानगी किस कदर बढ़ चुकी है। मगर भांग के दीवानों को सावधान हो जाना चाहिए।

In Himachal को फेसबुक पर फॉलो करें

एक स्टडी में यह साफ हुआ है कि भांग पीना आपके लिए ही नहीं, बल्कि आपकी आने वाली पीढ़ियों तक के लिए खतरनाक है। यह साफ हुआ है कि भांग का सेवन करने वाले पुरुसों की प्रजनन क्षमता पर असर पड़ सकता है। शोधकर्ताओं ने पाया है कि भांग के सेवन से शुक्राणुओं यानी sperms का साइज प्रभावित होता है।

शैफील्ड और मैनचेस्टर यूनिवर्सिटीज़ के रिसर्चर्स की टीम ने यह पता लगाने की कोशिश की कि लाइफस्टाइल से जुड़े कुछ फैक्टर किस तरह से स्पर्म्स के साइज को प्रभावित करते हैं। दरअसल स्पर्म्स का साइज अगर सामान्य से अलग हो जाए, तो वे कम असरदार हो जाते हैं।  देखा गया कि स्मोकिंग, ड्रिंकिंग और दूसरी नशीली चीज़ों के सेवन का शुक्राणुओं पर क्या असर पड़ता है।

शैफील्ड यूनिवर्सिटी में ऐंड्रॉलजी डिपार्टमेंट के सीनियर लेक्चरर डॉक्टर एलन पेसी ने कहा, ‘हमारे आंकड़े सुझाव देते हैं कि भांग का सेवन करने वाले अगर बाल-बच्चे पैदा करना चाहते हैं तो उन्हें इसे यूज करना बंद कर देना चाहिए।’ लैब में की गई स्टडी से पता चलता है कि असामान्य आकार की वजह से शुक्राणु कम असरदार हो जाते हैं।  इस स्टडी के रिजल्ट ह्यूमन रिप्रॉडक्शन जर्नल में पब्लिश हुए हैं।

Exit mobile version