हिमाचल प्रदेश घूमने आने वाले पर्यटकों को सुविधा और स्थानीय युवाओं को रोजगार देने के लिए परिवहन मंत्रालय ने एक अहम फैसला लिया है। प्रदेश की वादियों में आने वाले पर्यटक अब ‘बाइक टैक्सी’ सुविधा इस्तेमाल कर सकेंगे।
परिवहन मंत्री जी एस बाली ने इस बाबत कहा की कई बार भीड़-भाड़ वाली जगहों पर घूमने में पर्यटकों को दिक्कत होती है, क्योंकि वहां बड़ी गाड़ियां नहीं जा पातीं। ऐसे में वे ‘टू-वीलर टैक्सी’ की मदद से उन जगहों पर बेफिक्र होकर घूम सकते हैं। अकेले घूमने आने वाले पर्यटकों को भी इससे लाभ मिलेगा, क्योंकि उन्हें टैक्सी या कैब का खर्च नहीं उठाना होगा।
थाईलैंड में बाइक टैक्सी पर सवार महिला |
परिवहन मंत्री के अनुसार इस फैसले से न सिर्फ स्थानीय युवाओं को रोजगार मिलेगा, बल्कि पर्यटन स्थलों पर पड़ रहा ट्रैफिक का भार भी कम होगा। पायलट प्रॉजेक्ट के तहत शुरू में शिमला, मनाली, धर्मशाला और डलहौजी में यह सर्विस शुरू की जाएगी। बाकायदा ट्रेनिंग के बाद ‘बाइक टैक्सी’ का लाइसेंस देने की भी योजना है। बाइक टैक्सी के लिए इन सिटी में बाकायदा अलग से टैक्सी स्टैंड चिन्हित होंगे।
गौरतलब है की विदेशों के साथ साथ भारत में भी गोवा , कोच्चि ,बेंगलोर आदि स्थानों पर यह सुविधा मौजूद है।