Site icon In Himachal | इन हिमाचल : In Himachal delivers the latest news, insightful views, and policy analysis in Himachal Pradesh. Join our platform to stay informed and hold politicians and officials accountable as a vigilant civilian watchdog.

शहीदों के परिजनों को HRTC बसों में फ्री यात्रा की सुविधा देने पर विचार: बाली

शिमला।।
हिमाचल प्रदेश के परिवहन एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री जी.एस. बाली ने कहा है कि वह मणिपुर में शहीद हुए जवानों के परिजनों के लिए विशेष सुविधा देने का पर विचार कर रहे हैं। उन्होंने कहा है कि वह शहीदों के नजदीकी परिजनों को HRTC की बसों में मुफ्त यात्रा करने की सुविधा देने के हिमायती हैं।
अपने ऑफिशल फेसबुक पेज पर बाली ने लिखा है, ‘हिमाचल प्रदेश सरकार में परिवहन मंत्री होने के नाते मैंने यह विचार किया है कि मणिपुर में देश के लिए कुर्बान हुए हिमाचल प्रदेश के अमर शहीद सैनिकों की पत्नियों को आजीवन एवं उनके बच्चों को 21 वर्ष की उम्र तक तथा जो जवान अविवाहित ही इस राह चले गए, उनके माता-पिता के लिए आजीवन फ्री यात्रा का प्रावधान हिमाचल पथ परिवहन निगम की बसों में रहे।’
हिमाचल प्रदेश सरकार में परिवहन मंत्री होने के नाते मैंने यह विचार किया है कि मणिपुर में देश के लिए कुर्बान हुए हिम…
बाली ने लिखा है कि निगम की अगली मीटिंग में इस प्रस्ताव पर चर्चा की जाएगी। जानकारों का कहना है कि मंत्री के इस विचार पर मुहर लगना लगभग तय है, क्योंकि संबंधित विभाग के मंत्री को इस तरह के फैसले लेने का पूरा अधिकार होता है। निगम के अधिकारियों के साथ चर्चा करके नियम व शर्तें तय करके इस महीने के आखिर तक विधिवत रूप से इस कदम की घोषणा की जा सकती हैा।
गौरतलब है कि जी.एस. बाली ने हाल ही में फेसबुक पर ऑफिशल पेज के जरिए मौजूदगी बनाई है। बेहद कम वक्त में उनके पेज के लाइक्स की संख्या 10 हजार के करीब पहुंच गई है और रोज करीब 1000 से ज्यादा लोग इससे जुड़ रहे हैं।
परिवहन मंत्री जी.एस. बाली
काफी तेज-तर्रार माने जाने वाले बाली पहले भी तुरंत लिए जाने वाले कड़े फैसलों की वजह से चर्चा में रहे हैं। रोडवेज की बसों पर परिवहन मंत्री का फोन नंबर लिखने की परंपरा भी उन्हीं ने शुरू करवाई थी। इसके अलावा कई बार जनहित से जुड़े मुद्दों को लेकर अन्य विभागों के मंत्रियों और यहां तक कि मुख्यमंत्री वीरभद्र से भी उनका मन-मुटाव हो चुका है।
इस बीच फेसबुक पर लोगों ने बाली के इस प्रस्ताव का स्वागत किए हुए मांग की है कि मणिपुर में शहीद होने वाले जवानों के अलावा अन्य मोर्चों पर शहीद सेना, पैरामिलिट्री और पुलिस आदि के जवानों की पत्नी या बच्चों को भी इसी तरह की सुविधा मिलनी चाहिए।
Exit mobile version