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परिवहन मंत्री के फैसले मातृशक्ति के लिए ऐतिहासिक पहल

  • सुरेश चंबियाल 
आजादी के जश्न का दिन सरकारों से लेकर आमजन के लिए ख़ास होता है इस दिन हम अपने देश की उन महान हस्तियों को तो याद करते ही हैं जिन्होंने जंगे  आजादी में बहुमूल्य योगदान दिया हो साथ ही साथ  यह सरकारों के लिए ख़ास दिन इसलिए भी होता है क्योंकि इस दिन हर सरकार जनहित में हर योजना को आरम्भ करती है।  हिमाचल प्रदेश में भी अलग अलग मंत्रियों ने  विब्भिन्न जिला हेडक्वार्टर पर  तिरंगा झंडा फहराने की रस्म अदा की साथ ही साथ अपने अपने मंत्रालयों की तरफ से जनहित  और प्रदेश की तरक्की से सबंधित कई घोषणाएं  की।

उद्द्योग मंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने ऊना जिला के पंडोगा में 122 करोड़ के इंडस्ट्रियल कॉरिडोर की घोषणा की तो शिमला में वीरभद्र सिंह ने  कर्मचारियों एवं  पेंशनर्स होल्डर्स के लिए 6 % डी  ए की की घोषणा के साथ ट्राइबल इलाकों के लिए 8 नयी एम्बुलेंस देने के साथ लोकनिर्माण विभाग के 6 -7 दिहाड़ीदारों को पक्का किया।  बाकि मंत्री अपने विभाग की तरफ से कुछ ख़ास उपलब्धि आगे नहीं ला पाये।

इन सब से अलग परिवहन मंत्री मंडी में ऐसे गरजे की कार्यक्रम के बाद लोगों की जुबान पर बाली की ही  चर्चा थी।  मीडिआ ने भी उन्हें ख़ास तवज्जो दी।  बाली ने हिमाचल प्रदेश में ऐतिहासिक पहल करते हुए  इस बार का अपना सारा कार्यक्रम एवं योजनाये महिला शक्ति के नाम सपर्पित कर दी।

प्रदेश की आधी आबादी ,3,382,729 (2011 जनगणना)    महिलाओं को परिवहन मंत्री ने  आने वाले सोमवार यानि 17  अगस्त से  प्रदेश के अंदर सरकारी बसों के किराए में 25 %  छूट  की ऐतिहासिक घोषणा मंडी के सेरी मैदान से करते हुए आधी आबादी का दिल जीत लिया।  बाली यहीं नहीं रुके बल्कि उन्होंने मौजदा समय के सबसे ज्वलंत मुद्दे महिला सुरक्षा पर भी संज्ञान लेते हुए ,महिलाओं के ही एक ऐसे स्पेशल दस्ते की घोषणा कर दी जो महिलाओं से यात्रा के दौरान कोई बदतमीजी न कर सके इस बात का ख्याल रखेगा साथ ही साथ बस स्टॉप या खाना खाने के लिए जो भी  होटल आदि हैं वहां महिलाओं के लिए पर्याप्त स्वच्छ टॉयलेट फैसिलिटी  से सबंधित चेकिंग आदि भी देखेगा।

महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देते हुए परिवहन मंत्री की एक और पहल की  निगम महिलाओं को कौशल विकास भत्ते में सम्मिलित करते हुए  रोजाना दो घंटे की ड्राइविंग  ट्रेनिंग फ्री में देगा बहुत सराहनीय कदम है इस से निम्न माध्यम वर्ग और गरीब परिवारों की वो महिलाये फायदा उठा पाएंगी जो ड्राइविंग सीखने के अरमान तो पालती हैं परन्तु कमजोर आर्थिक स्थिति एवं ड्राइविंग स्कूल की हाई फीस उनके रास्ते रोके रखती है।
खैर सब से  परिवहन मंत्री की जिस घोषणा ने आकर्षित किया है वो है ड्राइवर कंडक्टर के लिए 2 लाख के बीमा  कवर की घोषणा  आये दिन हिमाचल  प्रदेश के दुर्गम इलाकों में  बसों की दुर्घटना चिंता का सबब है।  लोगों के साथ साथ ड्राइवर कंडक्टर भी जान  हथेली पर रखकर  दुर्गम इलाकों में सेवाएं दे रहे हैं उनके लिए यह एक सकारात्मक पहल है।
शिमला से जयपुर और धर्मशाला से श्रीनगर बस सेवा भी अपने आप में एक पहल है इस से पहले  शिमला से जयपुर  राजस्थान रोडवेज़ की एक आर्डिनरी बस सेवा है अगर हिमाचल परिवहन निगम इन रुट्स पर वोलोवो सर्विस  देता है तो निस्चय ही  पर्यटन के लिए यह फायदे का सौदा हो सकता है।  यह बसें इन दोनों राज्यों में हिमाचल प्रदेश की ब्रांड अम्बेस्डर हो सकती  हैं।
शिमला मंडी धमर्शाला  मनाली कुल्लू से चंडीगढ़ के लिए  10  सीटर सुपर लक्सेरी बसें भी अपने आप में एक पहला प्रयोग है। यह होना भी चाहिए था अक्सर देखा गया है की बड़ी बड़ी वोल्वो बसें आफ टूरिस्ट सीजन में खाली जाती हैं तेल की खपत ज्यादा और इनकम कम होती है ऐसे में टैक्सी या कैब की तरह छोटी बस फायदे का सौदा हो सकती है।  कुल मिलाकर स्वन्त्त्रता दिवस पर परिवहन मंत्रीं ने पुरे प्रदेश का ध्यान अपनी तरफ खींचा है और नए रिस्क के साथ लीक से हटकर फैसले लिए हैं जिनका प्रशंसा होना लाज़मी है।
(लेखक प्रदेश मुद्दों पर लिखते रहते हैं ) 
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