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धर्मशाला मैच को लेकर जी.एस. बाली का बीजेपी और अनुराग पर निशाना

शिमला।।

हिमाचल प्रदेश के परिवहन एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री व कांग्रेस के तेज-तर्रार नेता जी.एस. बाली ने धर्मशाला में क्रिकेट मैच तो लेकर बीसीसीआई सचिव अनुराग ठाकुर और भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा है। उन्होंने सवाल किया है कि जिस वक्त पाकिस्तान समर्थित आतंकी भारत को निशाना बना रहे हैं और पाकिस्तान चुप्पी साधे बैठा है, वैसे में पाकिस्तान के साथ व्यवसायिक क्रिकेट मैच करवाना कहां तक सही है।

उन्होंने लिखा है कि सोमवार को वह शाहपुर गए थे, जहां पर उन्होंने पठानकोट हमले में शहीद हुए जवान संजीवन कुमार को श्रद्धांजलि दी थी। इसी दौरान उन्होंने देखा कि लोगों में इस मैच को लेकर बेहद गुस्सा था। उनकी फेसबुक पोस्ट में दो लिखा है, वह नीचे दिया जा रहा है-

जनहित के मुद्दों के अलावा मैं कभी इधर-उधर के मुद्दों को हाथ तक नहीं लगाता, मगर मुझे लगता है कि एक अलग मगर अहम विषय पर बा…
Posted by G.S. Bali on Monday, January 4, 2016

‘जनहित के मुद्दों के अलावा मैं कभी इधर-उधर के मुद्दों को हाथ तक नहीं लगाता, मगर मुझे लगता है कि एक अलग मगर अहम विषय पर बात करना जरूरी है। यह विषय भी कहीं न कहीं हम सबकी भावनाओं से जुड़ा हुआ है। आज मैं पठानकोट में शहीद हुए प्रदेश के जवान संजीवन कुमार को श्रद्धांजलि देने उनके गांव शाहपुर गया था। इस दौरान एक बात सुनी, जो हर किसी की जुबान पर छाई हुई थी। लोगों में इस बात को लेकर बहुत गुस्सा था कि एक तरफ तो पाकिस्तान की शह पाए आतंकवादी लगातार हमले कर रहे हैं, मगर दूसरी तरफ धर्मशाला में ही पाकिस्तान के साथ क्रिकेट खेलने के लिए जमीन-आसमान एक किया जा रहा है।

श्रद्धांजलि देेते जी.एस. बाली (साभार: अमर उजाला)

मैं खेल को अन्य मसलों में अलग मानता हूं, मगर एक सवाल बेहद वाजिब है। वह यह कि जिस जगह पर पाकिस्तान के साथ क्रिकेट मैच चल रहा होगा, उसके नजदीक ही रहने वाले उन परिवारों पर क्या गुजरेगी, जिनके अपने पाक समर्थित आतंकियों से लोहा लेते हुए शहीद हुए हैं। कोई अपना गम और दिल में उठती टीस इस उम्मीद में भुला सकता है कि चलो, कुछ तो बेहतर होगा। मगर यह सद्भावना मैच नहीं, पूरी तरह से व्यावसायिक मैच है। वह भी उन हालात में, जब पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा। कुछ मौकों पर तो वह खेल भावनाओं की दुहाई देता है, मगर अन्य मौकों पर इंसानियत को तार-तार कर देता है।

भारतीय जनता पार्टी और बीसीसीआई सचिव अनुराग ठाकुर को स्पष्ट करना चाहिए कि क्या शहीदों के परिवारों और देशवासियों की भावनाओं को कुचलते हुए यह व्यावसायिक क्रिकेट मैच करवाना जरूरी है? यह सवाल हर किसी के जहन में कौंध रहा है।’

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