हिमाचल में जमीन से ‘दूध’ और ‘दही’ निकलने का रहस्य क्या है
मंडी।। मंडी जिले की चौहार घाटी की रोपा पद्धर पंचायत में जमीन से दूधिया पानी क्या निकलने लगा, लोगों ने इसे चमत्कार का नाम दे दिया। न सिर्फ चमत्कार का नाम दिया बल्कि धूप-अगरबत्ती...
डेढ़ महीना पहले लगाई गई शहीद की गलत प्रतिमा अभी तक नहीं सुधरी
मंडी।। जिला एक्स सर्विस मैन लीग ने नेरचौक में स्यांह चौक पर 22 सालों बाद शहीद के नाम से लगाई गई गलत प्रतिमा के विरोध में अध्यक्ष कर्नल प्रताप सिंह की अध्यक्षता में डीसी...
यशपाल: भगत सिंह का वो ‘हिमाचली’ साथी, जिसे हमने भुला दिया
बदलती तारीख के साथ शायद ही कोई ऐसा दिन गुजरता हो, जिस दिन इस महान राष्ट्र हिन्द की धरती पर किसी महान आत्मा ने जन्म न लिया हो। तीन दिसम्बर को स्वतंत्रता सेनानी एवं...
हिमाचल प्रदेश के स्वतंत्रता सेनानी: जब अंग्रेजों को मिली पहाड़ से चुनौती
इन हिमाचल के सभी पाठकों को स्वतंत्रता दिवस पर हार्दिक शुभकामनाएं। आज का दिन सिर्फ उन शहीदों को याद करने का नहीं है, जिनकी वजह से हमें आजादी मिली। बल्कि आज का दिन है...
हिमाचल में रजवाड़ाशाही और अंग्रेजों की गुलामी के खिलाफ पहाड़ी बलिदान
राजेश वर्मा।। 15 अगस्त यानि स्वतंत्रता दिवस देश भर में मनाने का श्रेय उन वीर स्वतंत्रता सेनानियों को जाता है जिन्होंने अंग्रेज़ों के अत्याचारों से मुक्ति दिला कर देश को आजाद करवाया। इस दिन...
रियासत मंडी की क्रांतिकारी रानी- ललिता उर्फ खैरागढ़ी
इन हिमाचल डेस्क।। यह बात किसी से छिपी नहीं है हिमाचल के राजे-रजवाड़े भी ब्रिटिश इंडियन के तहत आने वाले तमाम राजे-रजवाड़ों की तरह अंग्रेजों के आगे नतमस्तक हो चुके थे। मगर मंडी रियासत...
क्या है हिमाचल के डिपुओं से मिले ‘प्लास्टिक के चावल’ की सच्चाई?
इन हिमाचल डेस्क।। किसी भी समाज में अलग-अलग तरह के लोग होते हैं। उनकी शिक्षा, अनुभव और समझ का स्तर अलग हो सकता है। मगर पत्रकारिता जैसे पेशे की बात करें तो पत्रकार का...
डॉक्टर परमार न होते आप हिमाचल में नहीं, पंजाब में होते
हिमाचल प्रदेश की कहानी का आगाज हुआ था जनवरी 1947 में। राजा दुर्गाचंद (बघाट) की अध्यक्षता में शिमला हिल्स स्टेट्स यूनियन की स्थापना की गई। इसका सम्मेलन जनवरी 1948 में सोलन में हुआ। इसी...
चकरू-बकरू: कहीं जानलेवा न बन जाए मशरूम का लालच
इन हिमाचल डेस्क।। हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों से ऐसी खबरें आ रही हैं कि 'चकरू-बकरू' खाकर लोग बीमार पड़ गए। चंबा से लेकर मंडी जिले के कई पहाड़ी इलाकों में बरसात के मौसम...
22 साल के इस हिमाचली जवान ने दी थी कारगिल में पहली शहादत
कैप्टन सौरभ कालिया कारगिल युद्ध के वो हीरो जिन्होंने सबसे पहले देश के लिए अपने प्राण न्योछावर किए। महज़ 22 साल उम्र थी। 22 दिनों तक दुश्मन का बेहिसाब दर्द झेला, पर देश के...