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धर्मशाला को दूसरी राजधानी बनाने पर मुख्यमंत्री वीरभद्र ने लिया यू-टर्न

शिमला।। यह तो आप सभी ने अखबारों में पढ़ा या टीवी न्यूज पर सुना होगा कि मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने धर्मशाला को प्रदेश की दूसरी राजधानी बनाने का ऐलान किया है। मगर अब, उस ऐलान के कई दिन बाद मुख्यमंत्री ने इस बात को लेकर स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा है कि यह घोषणा पुरानी है और इसे सिर्फ दोहराया गया है। यानी मुख्यमंत्री अब इस मामले में गोलमोल बातें करते नजर आ रहे हैं। अब बयान से पलटने पर लगता है कि मुख्यमंत्री ने किसी खास मकसद से यह चुनावी ऐलान किया था, मगर जब फायदा होता नजर नहीं आया तो स्पष्टीकरण दे दिया।

हिंदी अखबार ‘अमर उजाला’ की रिपोर्ट के मुताबिक वीरभद्र ने कहा है कि धर्मशाला को दूसरी राजधानी बनाए जाने की घोषणा पुरानी है। इसे महज दोहराया गया है। उन्होंने कहा, ‘शिमला से धर्मशाला के लिए कोई सरकारी दफ्तर शिफ्ट नहीं किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि धर्मशाला पहले से ही दूसरी राजधानी है। वहां कई महत्त्वपूर्ण दफ्तर हैं। हर साल विधानसभा का शीतकालीन सत्र वहां होता है। हिमाचल की एकता और अखंडता के लिए यह कदम उठाया गया है। सूबे के सभी क्षेत्र के लोगों को यह एहसास दिलाना जरूरी है कि वे हिमाचल का अहम अंग हैं।’

वीरभद्र सिंह

मुख्यमंत्री अब भले ही लाख स्पष्टीकरण दें, मगर उनके मंत्री तक उनके ऐलान पर खुशी जाहिर कर चुके हैं। आप विडियो में देख सकते हैं कि कैबिनेट मंत्री सुधीर शर्मा ने भी कहा था कि मुख्यमंत्री राजधानी का दर्जा देने की बात कही है।

मगर अमर उजाला की रिपोर्ट के मुताबिक मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का कहना है, ‘दूसरी राजधानी बनेगी ये नहीं कहा था, बल्कि यह कहा था कि धर्मशाला दूसरी राजधानी है। वहां विधानसभा का भवन बन गया है। एक सत्र वहां पर होता है। कुछ अर्से तक सरकार वहां से चलती है। ये सोचा-समझा कदम है। इसका मतलब यह नहीं है कि यहां से सारे दफ्तर यहां से वहां शिफ्ट हो जाएंगे। कुछ समय के लिए जब सरकार जाएगी तो आवश्यक अफसर वहां जाएंगे। यह होता रहा है। यह कोई नई घोषणा नहीं है। धर्मशाला के महत्व को बढ़ाने के लिए यह जरूरी है।’

चर्चा है कि अपने करीबी और शहरी विकास मत्री सुधीर शर्मा, जो धर्मशाला के विधायक हैं, का माहौल बनाने के लिए मुख्यमंत्री ने ऐसा ऐलान किया था, मगर जब सोशल मीडिया पर इस सतही घोषणा की आलोचना हुई और जमीन पर कोई माहौल नहीं बना, तो सीएम अपने स्टैंड को बदल रहे है।

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