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शहीद सुरेंद्र को 3 साल की बेटी ने दी मुखाग्नि, नम हुई सबकी आंखें

मंडी।। छत्तीसगढ़ के सुकमा में हुए नक्सली हमले में शहीद नेरचौक के सुरेंद्र कुमार का सोमवार को राजकीय सम्मान के साथ पैतृक गांव के समीप श्मशानघाट नेरढांगू में अंतिम संस्कार किया गया। पार्थिव शरीर लाए सीआरपीएफ जवानों और जिला पुलिस की सशस्त्र टुकड़ी ने हवाई फायर कर शहीद को सलामी दी। शहीद की 3 साल की बेटी एलिना ने अपने शहीद पिता की पार्थिव देह को मुखाग्नि दी। मासूम बच्ची को कुछ पता नहीं चल रहा था कि क्या हो रहा है। यह देख हर किसी की आंखें नम थीं।

बेटी एलिना हालात से अनजान है। बस अपनी दादी और मां को देखकर रोए जा रही है। उस बेचारी को तो यह भी नहीं पता था कि अचानक इतने लोग क्यों इकट्ठा हुए हैं। देखें, एमबीएम न्यूज नेटवर्क द्वारा पोस्ट किया गया वीडियो:
 

छत्तीसगढ़ के सुकमा में सीआरपीएफ की 74वीं बटालियन में तैनात नेरचौक के 33 साल के सिपाही सुरेंद्र रविवार को नक्सली हमले में शहीद हो गए थे। सुरेंद्र 2003 में CRPF में भर्ती हुए थे। उन्होंने 6 साल श्रीनगर में अपनी सेवाएं दी। सुरेंद्र पिछले तीन सालों से छत्तीसगढ़ के सुकमा में सेवारत थे। लगभग 14 साल सीआरपीएफ की नौकरी में सुरेंद्र कुमार ने पहले भी दो बार नक्सलियों के हमले का सामना किया था। वह अपने पीछे माता विमला देवी, पत्नी किरण, तीन साल की बेटी एलिना और भाई जितेंद्र को छोड़ गए हैं।

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