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जुबिन नौटियाल के ‘ओ साथी’ की तरह ही सुपरहिट हुआ था नरेंद्र ठाकुर का ‘ओ रीनू’

इन हिमाचल डेस्क।। प्लेबैक सिंगर जुबिन नौटियाल का गाना ‘ओ साथी, ओ साथी’ धूम मचा रहा है। एमटीवी अनप्लग्ड के आठवें सीजन के लिए गाए इस गाने में बादशाह का हिंदी रैप भी है। इंटरनेट पर चर्चा है कि जुबिन का यह गाना हिमाचल के गाने ‘ओ रीनू, ओ रीनू’ की नकल है। दरअसल साल 2003-2004 में हिमाचल के गायक नरेंदर ठाकुर ने ‘ओ रीनू, ओ रीनू’ नाम का गाना लॉन्च किया था, जिसकी धुन और लीरिक्स जुबिन के ‘ओ साथी- ओ साथी’ जैसे ही हैं। इंटरनेट पर इस बात को लेकर चर्चा छिड़ी है कि कहीं यह हिमाचली गाने की नकल तो नहीं है।

जुबिन नौटियाल दरअसल जौनसार क्षेत्र से आते हैं। यह इलाका उत्तराखंड में देहरादून से लेकर हिमाचल प्रदेश तक है। यानी हिमाचल और उत्तराखंड मिलकर जौनसार की संस्कृति को साझा करते हैं। जुबिन का कहना है कि इस गाने को वह बचपन से सुनते आए हैं और उनके पिता के दोस्त और जौनसारी सिंगर खजान दत्त शर्मा ने इसे तैयार किया था। वहीं आज से करीब 10-12 साल पहले नरेंद्र ठाकुर ने जब ओ रीनू, ओ रीनू लॉन्च किया था उसके लीरिक्स पंकज गंधर्व ने लिखे थे और म्यूजिक एस.डी. कश्यप जी ने दिया था। यह गाना इतना हिट हुआ था कि इसकी 5 लाख कॉपियां बिकी थीं। नीचे सुनें यह गाना:

‘इन हिमाचल’ ने नरेंद्र ठाकुर से बातचीत की तो उन्होंने खुशी जताई कि जुबिन ने एमटीवी पर पहाड़ी गाना गाया है। उन्होंने कहा कि इस बात का तो कोई मतलब ही नहीं है कि गाना किसने पहले गाया या किसने बाद में गाया है। उन्होंने कहा, ‘पहाड़ी म्यूजिक को अगर नया आयाम मिलता है तो यह सबके लिए खुशी की बात है। यह प्रसन्नता की बात है कि जुबिन अच्छा कर रहा है और साथ ही पहाड़ी म्यूजिक को आगे बढ़ा है। पहाड़ी म्यूजिक जौनसार का हो या कहीं का भी हो, अपना म्यूजिक है और इसका आगे बढ़ना महत्वपूर्ण है।’ उन्होंने जुबिन को बधाई और शुभकामनाएं भी दीं। (जुबिन का गाना आर्टिकल के आखिर में है)

हिमाचल प्रदेश में नरेंद्र ठाकुर के गाने ओ रीनू, ओ रीनू को कई लोगों ने गाया है, मगर वे गाने इतने पॉप्युलर नहीं हुए जितना कामयाब गाना नरेंद्र ठाकुर का हुआ। रही बात इस गाने को आधुनिक ढंग से पेश करने की, दीपक जंदेवा इसे साल 2015 में एक म्यूजिक वीडियो के साथ पेश कर चुके हैं। जुबिन का गाना काफी हद तक दीपक के गाए गाने से मिलता है। नीचे सुनें:

बहरहाल, जैसा कि नरेंद्र ठाकुर ने कहा, बात यह नहीं है कि गाना किसने पहले गाया, किसने बाद में, अहम यह है कि पहाड़ी म्यूजिक आगे बढ़ रहा है। इसमें विवाद करने की बात नहीं है बल्कि म्यूजिक को इंजॉय करना चाहिए और इस तरह की कोशिशों का प्रोत्साहन होना चाहिए। 🙂 सुनें जुबिन का गाना:

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