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धूमल की तारीफ वाले पीएम मोदी के बयान पर मशरूम उत्पादकों ने जताई आपत्ति

सोलन।। कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी ने PMO वाले ट्विटर हैंडल से एक ट्वीट किया गया था जिसमें सोलन में मशरूम उत्पादन के लिए प्रोत्साहन देने के लिए पूर्व सीएम प्रेम कुमार धूमल की तारीफ की गई थी। यह ट्वीट दरअसल पीएम द्वारा एक कार्यक्रम में दिए गए भाषण के अंश से किया गया थआ। इस ट्वीट को कुछ अखबारों ने बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया था और पूर्व मुख्यमंत्री धूमल के बेटे और हमीरपुर के सांसद अनुराग ठाकुर ने भी इसका वीडियो अपने फेसबुक पेज से शेयर किया था (वीडियो नीचे है)।

जहां पीएम मोदी के इस ट्वीट को लेकर भाजपा समर्थक वाहवाही बटोरने की कोशिश में जुटे हैं, दूसरी ओर मशरूम उगाने वालों की असोसिएशन ने पीएम मोदी के बयान पर आपत्ति जताई है औऱ कहा है कि उनका यह बयान न सिर्फ गलत बल्कि तथ्यों से परे है।

एक हिंदी अखबार में छपी खबर के मुताबिक मशरूम ग्रोअर्स असोसिएशन ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष रत्न ठाकुर, उपाध्यक्ष ज्ञान कश्यप, महासचिव अमर जायसवाल समेत अन्य पदाधिकारियों का कहना है कि पीएम मोदी ने बयान दिया है कि धूमल ने अपने कार्यकाल के दौरान हिमाचल, विशेषकर सोलन जिले में मशरूम उत्पादन के लिए बहुत कार्य किया है; यह बयान बिल्कुल गलत और तथ्यों से परे है। उनका कहना है कि असोसिशन का प्रतिनिधिमंडल धूमल से उनके कार्यकाल के दौरान मिला था और मशरूम को कृषि कार्य घोषित करने की मांग की थी ताकि मशरूम उत्पादकों को राहत मिले। इश बारे में सोलन के उस वक्त के विधायक डॉक्टर राजीव बिंदल औऱ उस वक्त के बागवानी मंत्री नरेंद्र बरागटा से भी कई बार गुहार लगाई गई थी मगर केवल निराशा हासिल हुई थी।

असोसिएशन का कहना है कि दिसंबर 2012 में वीरभद्र सरकार बनने के बाद जब असोसिएशन का प्रतिनिधिमंडल मिला था और मांग रखी थी। इसके बाद मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने साल 2013 में अपनी सरकार के पहले बजट में ही मशरूम उत्पादन को कृषि कार्य घोषित करके मशरूम उत्पादकों को राहत पहुंचाई थी।

असोसिएशन के बयान पर यकीन करें तो न सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दावा गलत है बल्कि भ्रामक भी है। अनुराग ठाकुर और प्रेम कुमार धूमल का इस बयान को राजनीतिक फायदे के इस्तेमाल करना तो समझ आता है मगर इसके बाद अखबारों द्वारा इसे जांच किए बगैरह बढ़ा-चढ़ाकर पेश करना भी गलत है। बाकी हकीकत क्या है, यह मशरूम उत्पादक ही बेहतर जानते हैं।

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