शिमला।। हाल ही में हिमाचल से बीजेपी की राज्यसभा सांसद चुनी गईं इंदु गोस्वामी को लेकर नया विवाद खड़ा हो गया है। हिंदी अख़बार अमर उजाला में छपे एक बयान को ग़लत बताए जाने के बाद अब अख़बार ने भी लिखा है कि उसके पास सबूत हैं कि गोस्वामी ने ऐसा बयान दिया। अख़बार ने यह भी लिखा है कि जब उसने बीजेपी सांसद को साक्ष्य होने की बात कही तो वह कहने लगीं कि उनका बयान किसी और संदर्भ में था।
क्या है मामला
हाल ही में सोशल मीडिया पर इंदु गोस्वामी को कुछ लोगों ने हिमाचल बीजेपी का अध्यक्ष घोषित कर दिया था मगर ये खबर अफ़वाह निकली। इसके बाद अमर उजाला में एक खबर प्रकाशित हुई थी, जिसका शीर्षक है- ‘इंदु बोलीं- संगठन मंत्री राणा बताएंगे किसने उछाला मेरा नाम।‘
इस खबर में लिखा था, “राज्यसभा सांसद इंदु गोस्वामी ने भाजपा प्रदेशाध्यक्ष पद के लिए अपना नाम उछाले जाने की घटना के बाद पवन राणा को लपेटे में लिया है। उन्होंने कहा कि कैसे उनका नाम सोशल मीडिया में आया, यह संगठन से पूछा जाए। इस बारे में पवन राणा से पूछें। वह इस बारे में कोई बात नहीं करेंगी।”
इसके बाद इंदु गोस्वामी ने अपनी फेसबुक प्रोफाइल से अमर उजाला की खबर की कटिंग शेयर करते हुए लिखा, “आज जो अमर उजाला जैसे सम्माननीय समाचार पत्र में मेरे नाम से खबर लगी है मैं हैरान हूँ कि मैने ऐसी कोई बात उस पत्रकार से नहीं की , जिस पत्रकार ने मेरे नाम से खबर छापी है। इतने सम्माननीय समाचार पत्र में पत्रकारिता करने वाले पत्रकार अगर इस तरह की पत्रकारिता करेंगे तो उनके खिलाफ कोई कार्यवाही होनी चाहिये या नहीं? मुझे लगता है होनी चाहिये।
इसके बाद इंदु गोस्वामी के समर्थकों ने भी सोशल मीडिया पर अखबार की आलोचना शुरू कर दी। मगर अब नई खबर में अमर उजाला ने बताया है कि उसके पास साक्ष्य हैं कि इंदु गोस्वामी का दावा गलत है। खबर का शीर्षक है- अध्यक्ष पद के साथ विवादों की रेस में शामिल हुईं इंदु गोस्वामी।
अमर उजाला के मुताबिक, इंदु गोस्वामी ने उनकी खबर पर सवाल उठाने के बाद रविवार को भेजे बयान में कहा है कि उनकी मंशा ये नहीं थी जिस तरह से खबर लिखी गई है। अखबार ने लिखा है, “खास बात यह है कि इससे पहले तक वह अमर उजाला से किसी तरह की बातचीत से हीं इनकार कर रही थीं लेकिन जब अमर उजाला ने बातचीत के साक्ष्य होने की बात कही तो वह अपनी ही बात से पलट गईं हैं और अब किसी और संदर्भ में बयान देने की बात कह रही हैं।”
क्या है अमर उजाला का दावा
अमर उजाला का कहना है, “हिमाचल अध्यक्ष पद के लिए नाम चलने की ख़बर पर शनिवार को अमर उजाला ने इंदु गोस्वामी से फोन पर बात कर उनका पक्ष जानना चाहा तो उन्होंने कहा कि इस संबंध में आपको संगठन से पूछना चाहिए। मैं इस विषय पर कुछ नहीं बोलना चाहती हूं। अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने खुद कहा कि इस संबंध में पवन राणा जी से पूछो, उनसे पूछो। अमर उजाला ने उनके इस बयान के आधार पर खबर प्रकाशित कर दी। खबर छपने के बाद पार्टी के अंदर ही सियासी भूचाल मच गया। दरअसल, पवन राणा को लेकर कुछ दिन पूर्व विधायक व कुछ नेता मुखर हुए थे। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को यह विवाद सुलझाना पड़ा। अब राणा पर ही बयान देने पर विवाद बढ़ा तो इंदु अपने बयान से पलट गईं।”